गंगा का लगातार जलस्तर बढ़ने के कारण गंगा नदी (Ganga River) उफान पर है और कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है. गंगा दियारा के रायपुर हसन गांव चारों तरफ से पानी से घिर गया है. गांव के लोग बाढ़ से बचने के लिए नाव पर घर का सारा सामान लादकर पटना पहुच रहे हैं. तेज धार के कारण कटाव तेज होने से घर टूट रहे हैं, जिससे लोग महिलाएं बच्चों को लेकर पटना लॉ कॉलेज (Patna Law College) के पीजी हॉस्टल के कैम्पस में शरण लेने को मजबूर हैं. बड़ी संख्या में लोग अपने जानवरों को भी लेकर विस्थापित होने को मजबूर हैं.
गंगा के बढ़े जलस्तर के कारण पटना के कई घाट डूब गए हैं. पटना का गांधी घाट, काली घाट, कलेक्टेरियट घाट और गायघाट पूरी तरह डूब गया है. गांधी घाट में गंगा खतरे के निशान से 110 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है. गांधी घाट पर गंगा का पानी पाथवे को पार कर सड़क पर पहुंच गया है. बाढ़ का पानी सड़क पर पहुचने के बाद लोगो में दहशत है.
गंगा का जलस्तर बढ़ने से पाथवे डूबने और सड़क पर पानी पहुंचने के बाद जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट पर है. पटना जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने अधिकारियों को निर्देश जारी करते हुए बताया कि गंगा के किनारे बनी सुरक्षा दीवारों पर निगरानी रखी जा रही है. अधिकारी घूमकर जायजा ले रहे हैं. जो भी लोग विस्थापित होकर आ रहे हैं उनके खाने के लिए कम्युनिटी किचेन की व्यवस्था की जा रही है. लोगों के वैक्सीनेशन और दवाओं का भी प्रबंध करने का निर्देश दिया गया है.
बता दें कि पटना के अलावा जहानाबाद, नालंदा, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, सीतामढ़ी व मुजफ्फरपुर में भी बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है. राज्य में गंगा, कमला बलान, कोसी, घाघरा, पुनपुन, अधवारा, पंचाने और सोन नदी के जलस्तर की प्रवृत्ति वृद्धि की ओर बनी हुई है. घाघरा, महानंदा, अधवारा, पंचाने, सकरी, फल्गु नदी अभी खतरे के निशान से नीचे हैं. जल संसाधन विभाग सभी तटबंधों की निगरानी कर रहा है.

