नए कृषि कानूनों के विरोध में यूपी गेट पर आंदोलन कर रहे किसानों ने बुधवार को हंगामा किया। आंदोलनकारियों ने धरने के 6 माह पूरे होने पर काला दिवस मनाया और केन्द्र सरकार का पुतला फूंका। विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों की पुलिस के साथ धक्का-मुक्की हुई। इस दौरान काले झंडे फहराए गए। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने काली पगड़ी बांधकर अपना विरोध दर्ज कराया।
केन्द्र सरकार द्वारा लाए गए 3 Agricultural Laws के विरोध में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। यूपी गेट पर धरना प्रदर्शन 26 नवंबर को शुरू हुआ था। 26 मई को प्रदर्शन के 6 महीने पूरे हो गए हैं। BKU के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने पहले ही इस दिन को काला दिवस के तौर पर मनाने की घोषणा कर दी थी। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार किसान एक स्थान पर इकट्ठा होने लगे। किसान हाथों में काले झंडे लिए थे और प्रधानमंत्री के खिलाफ नारेबारी शुरू कर दी।
किसानों ने कहा कि जब तक तीनों कानून वापस नहीं लिए जाएंगे, तब तक आंदोलन खत्म नहीं होगा। यह आंदोलन लोकसभा चुनाव यानी 2024 तक चलेगा। इस बीच कुछ किसान केन्द्र सरकार का पुतला ले आए और इसे जलाने की कोशिश करने लगे। वहां पर मौजूदा पुलिस बल ने किसानों को रोकने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच धक्का-मुक्की शुरू हो गई। इसके बावजूद किसान अपनी रणनीति में सफल हो गए और केन्द्र सरकार का पुतला फूंक दिया।
दूसरी ओर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने काली पगड़ी पहनकर सरकार के खिलाफ विरोध जताया। टिकैत ने कहा कि किसान किसी भी हालत में नहीं झुकेंगे। किसानों को बचाने के लिए आंदोलन शुरू किया गया है। SP सिटी सेकेंड ज्ञानेन्द्र सिंह ने बताया कि पुलिस ने किसानों को पुतला फूंकने से रोकने का प्रयास किया था। उन्होंने कहा कि इस मामले में किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी।