यमन में एक जहाज के पास ड्रोन विस्फोट होने की खबर है. बताया जा रहा है कि इस विस्फोट में जहाज बाल-बाल बच गया और सभी क्रू मेंबर्स भी सुरक्षित हैं.
इजरायल और फिलिस्तीन के बीच जारी युद्ध के दौरान समुद्र में जहाजों को निशाना बनाने की लगातार खबरें आ रही हैं. अब यमन के पास एक जहाज के पास ड्रोन विस्फोट होने की खबर है. बताया जा रहा है कि यमन के सलीफ बंदरगाज से करीब 45 नॉटिकल मील दूर दक्षिण पश्चिम में बाब अब-मंडब स्ट्रेट के पास एक जहाज को निशाना बनाया गया है. बता दें कि इससे पहले शनिवार को अरब सागर में एक इजरायली जहाज पर ड्रोन हमला हुआ था. ये जहाज सऊदी अरब से भारत आ रहा था. तभी इस जहाज पर ड्रोन से हमला किया गया और इसके टैंकर में आग लग गई. यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस (UKMTO) ने यमन में जहाज के पास हुए धमाके के बारे में जानकारी दी है. यूकेएमटीओ के मुताबिक, लाल सागर में जा रहे जहाज के नजदीक अनमैन्ड एरियल व्हीकल (UAV) का जोरदार धमाका हुआ है. एजेंसी ने दावा किया है कि इस धमाके से जहाज को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. साथ ही सभी क्रू मेंबर्स भी सुरक्षित बताए जा रहे हैं. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है.
UKMTO ने किया था हमले को लेकर आगाह
जिस जहाज के पास ड्रोन धमाका हुआ है उसके बारे में अभी तक ज्यादा जानकारी नहीं मिली है कि आखिर ये जहाज किस देश का है और कहां से किस स्थान के लिए जा रहा था. बताया जा रहा है कि UKMTO ने इस इलाके से गुजरने से पहले ही जहाज के जहाज के क्रू मेंबर्स को चेतावनी दी थी कि वह यमन के करीब से गुजरते वक्त अतिरिक्त सावधानी बरतें. क्योंकि इस इलाके में विद्रोही अक्सर जहाजों को निशाना बनाकर ड्रोन हमला कर देते हैं. लेकिन गनीमत ये रही कि ये जहाज ड्रोन विस्फोट से बच गया.
बता दें कि पिछले ढाई महीने से इजरायल और हमास के बीच युद्ध चल रहा है. इस बीच समुद्र में जहाजों पर हमले बढ़ गए हैं. जहाजों पर ज्यादातर हमले यमन के हूती विद्रोहियों द्वारा किए जा रहे हैं. ये हूती विद्रोही इजरायल और इजरायल जाने वाले ज्यादातर जहाजों को अपना निशाना बनाते हैं. दरअसल, हूती विद्रोहियों के अलावा ईरान और फिलिस्तीन समर्थक देशों का मानना है कि समुद्री जहाजों को निशाना बनाकर इजरायल को नुकसान पहुंचाया जा सकता है. जिससे उसके व्यापार पर असर पड़ेगा. बता दें कि इससे पहले रविवार (23 दिसंबर) को एक इजरायली जहाज पर ड्रोन हमला हुआ था ये जहाज पेट्रोलियम पदार्थ लेकर सऊदी अरब से भारत आ रहा था.