CM योगी ने बदला यूपी के अधिकारियों का वर्क कल्चर

नए वर्क कल्चर और जवाबदेही की वजह से कई आरामतलब अधिकारियों में नाराजगी देखी जा चुकी है. सीएम योगी आदित्यनाथ की करीबी टीम और सीएम ऑफिस में काम करने वालों को तो और भी ज्यादा देर तक काम करना पड़ता है. इसका मुख्य कारण ये है कि उन्हें सीएम योगी के साथ सुबह से लेकर देर रात तक काम करना पड़ता है.

यूपी में सीएम योगी के ढाई साल पूरे होने पर कई सारे कार्यक्रम और जश्न मनाये गए. ऐसे में सीएम योगी ने मीडिया को संबोधित करते हुए अपने कई सारे किए गए कार्यों को भी गिनवाया। वहीं इस दौरान सीएम योगी के द्वारा घंटो तक काम करते रहने और देर रात तक मीटिंग लेने की वजह से अधिकारियों को हर समय अलर्ट रहना पड़ता है.

बता दें देश की बड़ी आबादी वाले राज्य का सीएम बनने के कुछ महीनों बाद योगी आदित्यनाथ को समझ आ गया था कि फाइलें निपटाने और जरूरतमंद लोगों से मिलने की जगह ज्यादातर अधिकारियों ने एक बाद दूसरी मीटिंग में व्यस्त रहने की आदत बना ली है. मोटे तौर पर यह दिन काटने, कड़े निर्णय लेने से बचने और भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों की पहचान करने से बचने का सबसे अच्छा तरीका था.

इसके अलवा सीएम की समीक्षा बैठकों में भी अधिकारियों के साथ लाव लश्कर और उनके मातहत भी आते थे जिसकी वजह से पूरे डिपार्टमेंट का काम रुक जाता था. इस पर सीएम योगी ने कहा, ‘अब मैंने आदेश जारी कर दिए हैं कि सिर्फ प्रिंसिपल सेक्रेटरी या डिपार्टमेंट के हेड, जिन्हें भी बुलाया गया है, बस वही मीटिंग के लिए आएंगे. साथ और सभी आने की कोई जरूरत नहीं है. इसकी वजह से अब प्रिंसिपल सेक्रेटरी खुद पूरी तैयारी के साथ आते हैं. बजाए इसके कि वो छोटे से सवाल पर भी अपने डिप्टी का मुंह देखें. सीएम योगी के ऐसा करने से अधिकारियों को दिन के रेगुलर काम पूरे करने का पूरा मौका भी मिल जाता है.’

दरअसल सीएम योगी द्वारा लाए गए इन परिवर्तनों ने राज्य के अधिकारियों में परिणाम आधारित वर्क कल्चर को बढ़ावा दिया है. इसकी वजह से अधिकारी अपने कंफर्ट जोन से भी बाहर आए हैं. सीएम के दफ्तर के आला अधिकारी आधी मुस्कान के साथ कहते हैं, सीएम योगी ज्यादा से ज्यादा काम करने वाले व्यक्ति हैं. वह रोजाना लगभग 17 घंटे अपने दफ्तर संबंधी जिम्मेदारियों को निभाते हैं.
जानकारी के मुताबिक सीएम योगी ने बताया कि जब उन्होंने अधिकारियों को मीटिंग के लिए बुलाया तो बहुत जल्द समझ आ गया था कि पानी सिर से ऊपर चला गया है. ‘सीएम के साथ मीटिंग की तैयारी चल रही है’ का बहाना बनाकर पूरा दिन बर्बाद कर देना उनकी आदत बन चुकी थी.

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