राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार की हार से सुक्खू सरकार की परेशानी बढ़ने की संभावना है, क्योंकि 29 फरवरी को राज्य विधानसभा में 2024-25 का वार्षिक बजट पारित होना है और सदन में बहुमत साबित करना उनके लिए एक बड़ी चुनौती हो सकती है.
हिमाचल प्रदेश के राज्यसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बड़ा उलटफेर कर दिया है. बीजेपी ने मंगलवार को राज्य की एकमात्र राज्यसभा सीट पर जीत दर्ज कर ली. बड़ी बात यह है कि क्रॉस वोटिंग की वजह से अब सुक्खू सरकार अल्पमत में नजर आने लगी है. वहीं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के साथ बीजेपी विधायक दल आज सुबह राज्यपाल से मुलाकात करेगा.
दरअसल राज्यसभा चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार हर्ष महाजन ने कांग्रेस के जाने-माने चेहरे अभिषेक मनु सिंघवी को हराया. यह कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है, जिसके पास 68 सदस्यीय विधानसभा में 40 विधायक हैं. इनमें से 6 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की. जबकि बीजेपी के पास 25 विधायक हैं और तीन विधायक निर्दलीय हैं. वहीं अब सुक्खू सरकार पर संकट को सुलझाने की जिम्मेदारी कांग्रेस आलाकमान ने कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिव कुमार और भूपेंद्र हुड्डा को दी है. दोनों नेता आज शिमला पहुंचेंगे.
सुक्खू सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव
राज्यसभा सीट का नतीजा औपचारिक रूप से घोषित होने से पहले ही बीजेपी ने सुक्खू सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की चर्चा तेज हो गई थी. बता दें कि राज्यसभा सीट पर चुनाव में कांग्रेस ने एक विधायक को शिमला लाने के लिए एक हेलीकॉप्टर भी लगाया था, जिससे वह मतदान कर सकें. वहीं एक वायरल वीडियो में कथित तौर पर हिमाचल प्रदेश के कुछ विधायकों को बीजेपी शासित हरियाणा के पंचकुला में एक सरकारी गेस्टहाउस के बाहर देखा गया था.
मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग
वहीं अब राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार की हार से सुक्खू सरकार की परेशानी बढ़ने की संभावना है, क्योंकि 29 फरवरी को राज्य विधानसभा में 2024-25 का वार्षिक बजट पारित होना है और सदन में बहुमत साबित करना उनके लिए एक बड़ी चुनौती हो सकती है. सिंघवी की हार के बाद राज्य में विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर और बीजेपी की हिमाचल प्रदेश इकाई के अध्यक्ष राजीव बिंदल ने मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की.
9 विधायकों ने किया क्रॉस वोटिंग
अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि क्रॉस वोटिंग करने वाले सभी 9 विधायकों ने सोमवार रात हमारे साथ भोजन किया था, जिसमें से तीन ने तो सुबह नाश्ता भी किया था, लेकिन उन्होंने मेरे खिलाफ मतदान किया. उन्होंने कहा कि इन विधायकों ने ‘नमकहलाली’ के स्थान पर ‘नमकहरामी’ को चुना. सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी दल बीजेपी दोनों ने दिन में एक-दूसरे पर उल्लंघन और कदाचार का आरोप लगाते हुए जोरदार हंगामा किया.
मुख्यमंत्री बदलने पर विचार
सूत्रों के मुताबिकनाराज विधायकों को अपने पाले में वापस लाने के लिए कांग्रेस आलाकमान मुख्यमंत्री बदलने पर विचार कर सकता है. लेकिन उसके पहले विधायकों से सम्पर्क करके आश्वस्त होना चाहता है. इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष खरगे राहुल से चर्चा करके अंतिम फैसला करेंगे. कांग्रेस के मुताबिक विधायकों की नाराजगी सीएम से है, कांग्रेस से नहीं है.
हुड्डा-डीके आज सुबह जाएंगे शिमला
चूंकि, विधायक हरियाणा के पंचकूला में है इसलिए आलाकमान ने भूपिंदर हुड्डा से सम्पर्क किया.इसके साथ ही हरियाणा के नेता और कर्नाटक के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला और डीके शिव कुमार, रेवन्त रेड्डी से भी सम्पर्क किया. अगर विधायक मान गए तो मुख्यमंत्री बदलने की सूरत में नए सीएम के विश्वास मत लेने तक विधायकों को एक जगह रखने की कवायद की जाएगी. जरूरत पड़ने पर आज सुबह हुड्डा और डीके शिमला जा सकते हैं.