उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में एक बार फिर Coronavirus का बम फूटा है। मंगलवार सुबह आयी रिपोर्ट में Corona के 8 सैम्पल पॉजिटिव के मामले सामने आए है। इन सभी को कृपालु मेडिकल एण्ड रिसर्च सेंटर मुंशीगंज रायबरेली के क्वारंटाइन रखा गया है। बीते दिन यानी कि कल एक साथ 33 केस सामने आने के बाद जिला Corona का नया केंद्र बन गया है। अब यहां Corona पीड़ितों की संख्या कल से ज्यादा हो गई है। प्रशासन ने क्वारंटीन किए गए 47 लोगों का सैम्पल लेकर जांच के लिए KGMU भेजा था।
जिनमें से 14 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई, जबकि 33 लोग पॉजिटिव पाए गए। इनमें 16 सहारनपुर और 17 रायबरेली के हैं। पॉजिटिव आए सभी 33 मरीजों को रोहनिया सीएचसी में आइसोलेशन वॉर्ड में भर्ती कराया गया है। इनमें से ज्यादातर दिल्ली के निजामुद्दीन से जमात कर बस्ती होते हुए रायबरेली पहुंचे थे। हैरत की बात यह है कि इनमें से कई 14 दिन का क्वारंटीन पीरियड पूरा कर घर जाने की तैयारी में थे। प्रशासन ने कोतवाली नगर, बछरावां, नसीराबाद और रोहनिया में सीमा सील कर दी है।
अधिकारियों ने बताया कि सहारनपुर से आए दो लोगों को पुलिस ने 14 दिन पहले रायबरेली के बछरावां से गिरफ्तार किया गया था। पहले जांच में दोनों शख्स Corona नेगेटिव आए थे, हालांकि उन्हें क्वारंटीन कर दिया गया था। बाद में दोनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। इसके बाद उनके संपर्क में आए कुछ लोगों को बछरावां स्थित एक घर से और फातिमा मस्जिद से पकड़कर कृपालु इंस्टिट्यूट में क्वारंटीन कर दिया गया। इन्हीं लोगों की जांच KGMU भेजी गई थी।
रायबरेली में संक्रमित मिले लोगों को लेकर जिला प्रशासन परेशान है, क्योंकि इनमें से अधिकांश फल-सब्जी का ठेला लगाते थे। ये लोग गलियों में जाकर फल सब्जी बेचते थे। अब जिला प्रशासन के लिए यह पता लगाने चुनौती हो गया कि वह कैसे पता लगाए कि इन लोगों ने कहां-कहां और किसे-किसे फल सब्जियां बेचीं। पूरा प्रशासनिक अमला लोगों की स्क्रीनिंग में लगा दिया गया है।
जिस इलाके में केस मिले हैं, उन्हें Hotspots एरिया मानते हुए पूरी तरह सील कर सैनिटाइज किया जा रहा है। सम्पर्क में आने वालों की स्क्रीनिंग करवाई जा रही है। बाहर से आने वाले लोगों ने ही जिले को Corona का केंद्र बनाया है। इन पर कार्रवाई की जाएगी।