coronavirus दुनिया पर कहर बनकर टूटा है। चीन में अभी तक 722 लोग इस बीमारी के कारण मर चुके हैं और कई हजार लोग इस बीमारी से पीड़ित बताए जा रहे हैं। माना जा रहा है कि आने वाले वक्त में मौत का आंकडा बहुत बढ़ सकता है। इस बीच कई वीडियो वायरल हो रहे हैं लेकिन इनमें से किसी वीडियो की पुष्टि नहीं की जा सकती है कि ये वीडियो असली हैं या नहीं। टेनसेंट ने तो अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इस वायरस के कारण 24 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। लेकिन इस दावे को संदेहास्पद माना जा रहा है।
अमेरिका ने coronavirus से प्रभावित चीन और अन्य देशों को इस महामारी से लड़ाई के लिए 10 करोड़ डॉलर की मदद की बात की है। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने शुक्रवार को कहा, ”इस महामारी से लड़ाई के लिए यह प्रतिबद्धता अमेरिका के मजबूत नेतृत्व को प्रमाणित करती है.।”
हांलाकि भारत 31 जनवरी और एक फरवरी को अपने 654 छात्रों को चीन के वुहान शहर से स्वदेश वापस लाया था। अभी भी चीन के वुहान में 80 भारतीय नागरिक मौजूद हैं। इनमें से 70 लोगों ने स्वेच्छा से वहां रहने का फैसला किया है वहीं, 10 लोग ऐसे हैं जिन्हें वापस आने की इजाजत इसलिए नहीं दी गई है क्योंकि उनमें कोरोना वायरस के लक्षण देखे गए हैं।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) के प्रमुख ने शुक्रवार को चेतावनी दी कि, coronavirus को फैलने से रोकने वाले मास्क और अन्य सुरक्षा उपकरणों की दुनिया भर में कमी हो रही है। उधर नेपाल ने coronavirus के प्रकोप से जूझ रहे चीन को एक लाख सुरक्षा मास्क दिए है। चीन में मास्क की कमी होने के बाद नेपाल ने मास्क देने का फैसला लिया था।