जिस तेजी के साथ कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं उसे देखते हुए देश में कोरोना टेस्ट की रफ्तार को भी बढ़ा दिया गया है। कोविड-19 के टेस्ट के लिए आईसीएमआर ने अधिकतम 4,500 रुपये की शुल्क सीमा तय की थी जिसे अब हटा लिया गया है। बता दें कोविड-19 की रियल टाइम पॉलीमेरेस चेन रिएक्शन जांच के लिए निर्धारित अधिकतम 4,500 रुपये की शुल्क सीमा खत्म करते हुए आईसीएमआर ने कहा कि राज्य और केंद्र शासित प्रदेश प्राइवेट लैब से बातचीत करके आपसी सहमति से जांच की कीमत तय कर सकते हैं। इस बाबत आईसीएमआर की ओर से कहा गया कि घरेलू स्तर पर उत्पादन की वजह से कोविड-19 जांच की किट की आपूर्ति स्थिर हो गई है। जिसकी वजह से अब टेस्ट के निर्धारित शुल्क को हटाया जा रहा है।
साथ ही आगे कहा गया कि कोविड-19 महामारी की शुरुआत के दौरान जांच किट को लेकर वैश्चिक मारामारी थी और उस वक्त भारत पूरी तरह से इसके आयात पर निर्भर था। वहीं मार्च के महीने में भारत में आरटी-पीसीआर जांच के लिए कोई दर उपलब्ध नहीं थी। इसे देखते हुए आईसीएमआर ने 4500 रुपये की अधिकतम जांच शुल्क तय की थी। लेकिन अब इसे निरस्त किया जाता है। आपको बता दें कि इस समय देश में 428 सरकारी और 182 निजी प्रयोगशाला कोविड-19 की जांच कर रही हैं। वहीं देश में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर देढ़ लाख के करीब जा पहुंची है। और मौत के आंकड़े भी बढ़े है। अबतक कुल 6 हजार से ज्यादा लोग दम तोड़ चुके हैं। वहीं ठीक होने वालों की रफ्तार भी तेज हुई है। अबतक देश में 60 हजार 490 लोग ठीक हो चुके हैं।