Maratha Reservation: महाराष्ट्र में एक बार फिर मराठा आरक्षण को लेकर सियासी माहौल गर्म होता नजर आ रहा है. जालना में एक सितंबर को भड़की हिंसा के बाद सूबे की राजनीति गरमाई हुई है. मराठा समुदाय के लिए नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण की मांग जोर पकड़ रही है और इसी की मांग करने वाले हजारों प्रदर्शनकारियों पर पुलिस के लाठीचार्ज के बाद हिंसा भड़क उठी थी. वहीं अब कांग्रेस ने कहा है कि राज्य में उनकी सरकार बनने पर मराठा समुदाय को आरक्षण दिया जाएगा.
कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि यदि उनकी पार्टी आगामी चुनावों में राज्य और केंद्र की सत्ता में आती है, तो वह कोटा पर 50 प्रतिशत की सीमा बढ़ाकर मराठा समुदाय को आरक्षण प्रदान करेगी. नाना पटोले ने कहा कि आरक्षण के मुद्दे का स्थायी समाधान निकालने के लिए जाति आधारित जनगणना ही एकमात्र विकल्प है. इस बयान से समझा जा सकता है कि नाना पटोले एक तीर से दो शिकार करने की कोशिश में जुटे हुए हैं. साथ ही मराठा आरक्षण मुद्दे पर कांग्रेस ने भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है.
नाना पटोले ने कहा, “कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने स्पष्ट रुख अपनाया है. अगर हमारी पार्टी राज्य और केंद्र की सत्ता में आती है, तो हमारा रुख अन्य समुदायों के आरक्षण से छेड़छाड़ किए बिना 50 प्रतिशत की सीमा बढ़ाकर मराठा समुदाय को आरक्षण देने का होगा. कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार सभी पिछड़ी जातियों के लोगों को भी मुख्यधारा में लाएगी.”
जाति आधारित जनगणना पर क्या कहा
मराठा आरक्षण मुद्दे पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में पटोले ने कहा, “आरक्षण प्रदान करने और समाज के सभी वर्गों को न्याय की खातिर स्थायी समाधान के लिए जाति आधारित जनगणना ही एकमात्र विकल्प है. पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली पिछली सरकार ने इस मुद्दे पर काम किया था और 2011 में जनगणना की गई थी.”
उन्होंने आरोप लगाया कि 2014 में मोदी सरकार ने सत्ता में आने के बाद जाति-आधारित जनगणना को आगे नहीं बढ़ाया, जिसका मतलब है कि भाजपा ने उस जनगणना को स्वीकार नहीं किया. बता दें कि जाति-आधारित जनगणना का मुद्दा भी इस वक्त सुर्खियों में है. बिहार के बाद यूपी में भी जाति-आधारित जनगणना की मांग उठने लगी है.
बीजेपी पर साधा निशाना
बीजेपी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने 2014 के चुनावों के दौरान वादा किया था कि यदि बीजेपी राज्य और केंद्र में सत्ता में आती है तो मराठों को आरक्षण देगी. उन्होंने धंगर (चरवाहा) समुदाय को भी आरक्षण देने का वादा किया था. उन्होंने आरोप लगाया कि यह सरकार अब ओबीसी बनाम मराठा मुद्दा उठा रही है. वे महाराष्ट्र में वही करने की कोशिश कर रहे हैं जो उन्होंने मणिपुर में किया.
पटोले ने कहा कि महाराष्ट्र के लोग सत्तारूढ़ दल के जाल में नहीं फंसेंगे और राज्य में मणिपुर जैसी स्थिति नहीं बनने देंगे. उन्होंने दावा किया कि भाजपा जाति आधारित जनगणना के खिलाफ है और वे कभी आरक्षण नहीं दे पाएंगे.