मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को निर्देश दिया है कि यदि किसी गरीब या जरूरतमंद के पास राशन कार्ड, आधार कार्ड आदि न हो, तब भी उसे सरकारी दुकानों से राशन उपलब्ध कराया जाए। किसी भी स्थिति में कोई गरीब भूखा नहीं मरना चाहिए। हर जरूरतमंद को भोजन, राशन और आवश्यकतानुसार इलाज की व्यवस्था की जाए। Lockdown के बीच CM योगी आदित्यनाथ पूरी तत्परता से अपनी टीम के साथ इस संकट से निपटने में लगे हुए हैं। वह प्रतिदिन समीक्षा बैठकें कर रहे हैं। जिनमें जिनमें अधिकारियों को जरूरी निर्देश दे रहे हैं। राहत व बचाव कार्यों की खुद मॉनीटरिंग कर रहे हैं। शुक्रवार को लोकभवन में टीम-11 के साथ बैठक करते हुए CM योगी ने कई निर्देश दिए।
कम्युनिटी किचन की समीक्षा करते रहें। अगर किसी के पास राशन कार्ड नहीं भी है तो भी उसे खाद्यान्न मुहैया कराया जाए। यह जानकारी अपर मुख्य सचिव गृह व सूचना अवनीश अवस्थी ने शाम को लोकभवन में अपनी नियमित प्रेस वार्ता में दी। अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि प्रदेश के सभी Hotspot इलाकों में Lockdown का सख्ती से पालन कराया जाए। साथ ही इन इलाकों में लोगों को जरूरी सामान की होम डिलीवरी भी सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि किसी के पास राशन कार्ड अथवा आधार कार्ड हो न हो, वह शहर का नागरिक हो अथवा गांव का, अगर वह जरूरतमंद है तो उसे खाद्यान्न अवश्य मिले। सरकार ने हर जगह पर कम्यूनिटी किचन को लेकर हर जिले में पैसा दिया है। यह व्यवस्था बहुत अच्छी चल रही है। इसे आगे बढ़ाना होगा। CM योगी ने प्रदेश में कम्यूनिटी किचन का मोहल्ले वार सर्वे करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि 30 जून तक पीडीएस की बेहद कठिन परीक्षा है। इसमें हमको खरा उतरना ही होगा।
श्री अवस्थी ने बताया कि Hotspot बस्तियों में 1648 डोर स्टेप डिलेवरी मिल्क बूथ मैन के जरिये ने दूध वितरित किया गया। प्रदेश में Hotspot वाले एरिया में 2.29 फूड पैकेट्स की डिलीवरी की गई है। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का असर तेजी से फैलता जा रहा है। उप्र में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 800 को पार कर गया है।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि गुरुवार को प्रदेश भर में 1,369 धार्मिक एवं स्वैच्छिक संस्थाओं व 704 जिला प्रशासन एवं अन्य सरकारी संस्थाओं के माध्यम से कुल 12,05,397 फूड पैकेट्स का वितरण किया गया है। श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने मेडिकल कॉलेजों में स्थित कोविड-19 टेस्टिंग लैब के विभागाध्यक्षों, प्रधानाचार्यों एवं निदेशकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर समीक्षा की है। साथ ही आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए हैं।