चेन्नई में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की टीम ने शनिवार को एम दीवान मुजीपीर के घर पर छापेमारी की. दरअसल, एनआईए की विशेष कोर्ट ने आतंकी संगठन अंसारुल्ला से संबंधों के चलते मुजीपीर के खिलाफ वारंट जारी किया था. इसी सिलसिले में यह छापेमारी की गई है. छापेमारी में मुजीपीर के पास से तीन मोबाइल, चार सिम कार्ड, मेमोरी कार्ड और दस्तावेजों बरामद हुए हैं.
इस साल 9 जुलाई को भारत और यूएई में रहने वाले अभियुक्तों से प्राप्त सूचना के आधार पर तमिलनाडु के 16 आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया गया था, जिन्होंने आतंकवादी गिरोह अंसारुल्ला का गठन करके भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की साजिश रची थी.
जुलाई में एनआईए ने तमिलनाडु में कई जगह छापेमारी की थी. तलाशी अभियान मदुरै, थेनी, तिरुनेलवेली, रामनाथपुरम और चेन्नई में चलाया गया. पुलिस ने कहा कि 16 आतंकी संदिग्धों की गिरफ्तारी के बाद छापेमारी की गई. 16 में से 14 को संयुक्त अरब अमीरात से निर्वासित किया गया था.
आरोपी कथित तौर पर अंसारुल्ला नाम का एक आतंकी संगठन बनाने की कोशिश कर रहे थे. एनआईए ने कहा, भारत में इस्लामिक शासन की स्थापना करने के लिए भारत सरकार के खिलाफ साजिश कर आरोपी हमला करने की योजन बना रहे थे, जिसके लिए आरोपी और उनके सहियोगियों ने फंड इकट्ठा किया.
13 जुलाई को एनआईए ने 13 लोगों को गिरफ्तार किया, जिसमें हसन अली, हरीश मोहम्मद, मोहम्मद इब्राहिम, मीरान गनी, गुलाम नबीसथ, रफी अहमद, मुंतशिर उमर बारोक और फारुख शामिल थे. 15 जुलाई को सात और लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें मोहम्मद शेख मैथेन, अहमद अजरुद्दीन, तौफीक अहमद, मोहम्मद इब्राहिम, मोहम्मद अफजर, मोहिदीन सीनी शाहुल हमीद और फैजल शरीफ शामिल हैं.