महंत नरेंद्र गिरी की संदिग्ध मौत के मामले की जांच कर रही CBI ने शनिवार को CJM कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है. सीबीआई ने चार्जशीट में महंत नरेंद्र गिरी की मौत को खुदकुशी माना है.
CBI की आज पेश की गई चार्जशीट से यह साफ हुआ है कि महंत नरेंद्र गिरी की हत्या नहीं हुई है. सीबीआई ने आईपीसी की धारा 306 और 120बी के तहत चार्जशीट दाखिल की है. सीबीआई ने आनंद गिरी, आद्या प्रसाद तिवारी और संदीप तिवारी को मौत के लिए जिम्मेदार माना है. सीबीआई ने महंत नरेंद्र गिरी के सुसाइड नोट की हैंडराइटिंग का सीएफएल से जांच कराने के बाद माना है कि सुसाइड नोट महंत नरेंद्र गिरी ने ही लिखा है. मौत से पहले वीडियो भी उन्होंने ही बनाया था. चार्जशीट में तीनों आरोपियों को सुनियोजित साजिश के तहत आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है.
CBI ने कहा है कि अन्य अभियुक्तों के खिलाफ विवेचना अभी जारी है. CBI की ओर से दाखिल की गई यह पहली चार्जशीट है. सीबीआई मामले में विवेचना पूरी करने के बाद सप्लिमेंट्री चार्जशीट भी दाखिल कर सकती है. मौत से पहले अपने दो सेवादारों से महंत नरेंद्र गिरी ने बातचीत की थी. उनसे पूछा था कि क्या फोटो और वीडियो में चेहरा बदल कर गलत वीडियो बनाया जा सकता है.
CBI की चार्जशीट का सीजेएम कोर्ट ने संज्ञान ले लिया है. CJM कोर्ट ने पैरोकार के जरिए आनंद गिरी को भी चार्जशीट की प्रति उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. अब इस मामले में आनंद गिरी के वकील हाईकोर्ट में आनंद गिरी की जमानत अर्जी दाखिल करेंगे. कोर्ट ने 25 नवंबर तक तीनों आरोपियों की न्यायिक हिरासत बढ़ाई है. इस मामले की 25 नवंबर को होगी सुनवाई.