CBI

CBI FIR Against Sisodia: सीबीआई मनीष सिसोदिया के खिलाफ एफआईआर में क्या-क्या लगाए गए हैं आरोप, यहां जानिए पूरा मामला

CBI FIR Against Deputy CM Manish Sisodia: दिल्ली सरकार (Delhi Government) की आबकारी नीति के चलते सीबीआई (CBI) के शिकंजे में घिरे दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) के खिलाफ 17 अगस्त को ही एफआईआर (FIR) दर्ज की गई है। शुक्रवार को इस मामले में करीब 14 घंटे तक सीबीआई मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) के घर पर छापेमारी करती रही।

सीबीआई (FIR) ने FIR में सिसोदिया समेत 15 लोगों को नामजद किया है, जबकि 16वें क्रमांक में अननोन पब्लिक सर्वेंट और प्राइवेट पर्सन का जिक्र है। यानी जांच एजेंसी आगे कुछ अन्य लोगों के नाम भी एफआईआर (FIR) में जोड़ सकती है। एफआईआर (FIR) में POC (प्रीवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट) की धारा 7 के साथ साथ आईपीसी (IPC) की धारा 120बी, 477A आदि धाराएं लगाई गईं है। एफआईआर (FIR) में करोड़ों रुपये लेन देन का ज़िक्र भी है।

आबकारी विभाग के अफसरों के भी नाम
सीबीआई द्वारा दर्ज एफआईआर (FIR) में आबकारी विभाग के उन अफसरों के नाम भी हैं, जिन्होंने इस विवादित नीति को लागू करने के समय में अहम भूमिका निभायी थी। आरोपियों में दिल्ली के एक्साइज कमिश्नर (Excise Commissioner) रह चुके अरवा गोपी कृष्ण, एक्साइज के तत्कालीन डिप्टी कमिश्नर आनंद कुमार तिवारी, असिस्टेंट एक्साइज कमिश्नर पंकज भटनागर के अलावा 9 कारोबारी और 2 कंपनियों के नाम भी शामिल हैं।

15 लोगों के खिलाफ दर्ज है FIR
एफआईआर (FIR) के मुताबिक कारोबारियों को अनुचित लाभ पहुंचाया गया। शराब नीति में धांधलीबाजी के आरोप को लेकर सिसोदिया समेत 15 लोगों के खिलाफ ये एफआईआर (FIR) दर्ज की गई है। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना के ऑफिस से गृह मंत्रालय (Home Ministry) को भेजी गई जानकारी के आधार पर ये एफआईआर (FIR) दर्ज की गयी है। आरोप है कि सिसोदिया समेत आरोपी सरकारी अधिकारियों ने कम्पीटेंट अथॉरिटी से मंजूरी लिए बगैर ही एक्साइज नीति बनाई। इसका मकसद उन कारोबारियों को अनुचित लाभ पहुंचाना था, जिन्हें टेंडर दिए गए।

पॉलिसी बनाने में गड़बड़ियों का आरोप
एफआईआर (FIR) के अनुसार पॉलिसी बनाने और लागू करने में गड़बड़ियां की गई। एफआईआर (FIR) में लिखा है कि ऑनली मच लाउडर नामक एक एंटरटेनमेंट और इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के पूर्व CEO विजय नायर, परनोद रिचर्ड कंपनी के पूर्व कर्मचारी मनोज राय, ब्रिंडको स्पिरिट्स के मालिक अमनदीप ढल, इंडोस्पिरिट्स के मालिक समीर महेंद्रु ने इस विवादित एक्साइज पॉलिसी को बनाने और लागू कराने के दौरान अहम भूमिका निभाई और इसी दौरान नीति तैयार करने में गड़बड़ी की गई।

सिसोदिया के करीबी पर 1 करोड़ रुपए लेने का आरोप
एफआईआर (FIR) में आरोप लगाया गया है कि बड्डी रिटेल प्राइवेट लिमिटेड गुरुग्राम के डायरेक्टर अमित अरोड़ा, दिनेश अरोड़ा, अर्जुन पांडे उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के करीबी थे। ये लोग शराब लाइसेंसियों से आर्थिक फायदा लेकर उसे आरोपी अफसरों तक डायवर्ट करने में शामिल थे। एफआईआर (FIR) में ये आरोप भी लगाया कि राधा इंडस्ट्रीज के खाते में इंडोस्पिरिट्स के समीर महेंद्रु द्वारा 1 करोड़ रुपए भेजे गए थे। राधा इंडस्ट्रीज के संचालक दिनेश अरोड़ा हैं, जो सिसोदिया के करीबी बताये जाते हैं।

बिहार के इन 2 हजार लोगों का धर्म क्या है? विश्व का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड कौन सा है? दंतेवाड़ा एक बार फिर नक्सली हमले से दहल उठा SATISH KAUSHIK PASSES AWAY: हंसाते हंसाते रुला गए सतीश, हृदयगति रुकने से हुआ निधन India beat new Zealand 3-0. भारत ने किया कीवियों का सूपड़ा साफ, बने नम्बर 1