अफगानिस्तान में आज राष्ट्रपति के चुनाव के लिए वोटिंग हो रही है। जहां वोटिंग के दौरान एक पोलिंग सेंटर पर ब्लास्ट हुआ, जिसमें 15 लोग जख्मी हो गए। बता दें कि अफगानिस्तान में राष्ट्रपति चुनाव में अशरफ गनी और अब्दुल्ला-अब्दुल्ला के बीच मुख्य मुकाबला है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से तालिबान से बातचीत खत्म करने के ऐलान से अफगानिस्तान में राजनीतिक अनिश्चितता की स्थिति पैदा हो गई है। तालिबान ने मतदान करने से लोगों को रोका था और धमकी भी दी थी। हालांकि तालिबानी आतंकवादियों से मुकाबला के लिए अफगानिस्तान में दस हजार सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।
वहीं ट्रंप के बयान के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने कहा था कि जब तक हमें इस बात पर भरोसा नहीं होता है कि अफगानिस्तान में सबकुछ ठीक है, हम अपने सैनिक वापस नहीं बुलाएंगे।
बता दें कि अमेरिका और तालिबान के बीच शांति वार्ता पहले ही रद्द हो गई थी। काबुल में अमेरिकी सैनिक की हत्या किए जाने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आखिरी क्षण में शांति वार्ता को रद्द कर दिया था। ट्रंप के इस फैसले के बाद तालिबान ने कहा था कि इससे अमेरिका को बड़ा नुकसान होगा और अब ज्यादा अमेरिकियों की जान जाएगी। जबकि अफगानिस्तान में राष्ट्रपति चुनाव का परिणाम 19 अक्टूबर को आएगा।