RJD नेतृत्व की सख्त चेतावनी के बाद पूर्व मंत्री तेज प्रताप सुधरने के बदले और आक्रामक हो गए हैं। उन्होंने विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव पर सीधा हमला बोलते हुए उनकी दिल्ली यात्रा को गैर-जरूरी बताया। उनके मुताबिक राज्य की जनता बाढ़ में डूब रही है। सरकार बचाव कर रही है। तेजस्वी बाढ़ पीड़ितों की सेवा करने के बदले सैर के लिए दिल्ली चले गए हैं। उधर RJD नेतृत्व भी तेज प्रताप को बहकने का मौका दे रहा है, ताकि जब आनुशासनिक कार्रवाई हो तो उन्हें किसी की सहानुभूति न मिले।
इससे पहले तेज प्रताप RJD के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी और तेजस्वी यादव के सलाहकार संजय यादव पर ही हमला करते रहे हैं। पहली बार तेजस्वी अपने बड़े भाई तेज प्रताप के फायरिंग रेंज में आए। हालांकि, बाढ़ में न रहने के लिए तेजस्वी की आलोचना करने में भी उन्होंने संजय यादव को नहीं बख्शा। बोले कि संजय यादव ही तेजस्वी को लेकर दिल्ली गए हैं। संजय चाहते हैं कि तेजस्वी CM न बनें।
तेज प्रताप ने कहा कि संजय यादव ने शुक्रवार को मुझे भाई से मिलने से रोका। किसी माई के लाल में इतनी ताकत नहीं है कि वह तेजस्वी को CM बनने से रोक दे। उन्होंने दोहराया कि शिशुपाल और दुर्योधन जैसे पात्रों से तेजस्वी घिरे हुए हैं। ये नहीं चाहते कि तेजस्वी CM बनें। हम श्रीकृष्ण की भूमिका में रहेंगे। तेजस्वी को CM बनाएंगे।
तेज प्रताप ने संजय यादव पर इशारे में धन-अर्जन का भी आरोप लगाया। कहा कि दिल्ली में हरियाणा वाले का माल बन रहा है। मीडिया से आग्रह किया कि वह पता लगाए। दिल्ली में किस हरियाणा वाले का माल बन रहा है। उन्होंने कहा कि हम किसी का नाम नहीं ले रहे हैं। आप लोग पता लगाइए।
RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद खुद तेज प्रताप की गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं। तेजस्वी यादव शुक्रवार को नई दिल्ली पहुंचे। सबसे पहले लालू प्रसाद से ही मिलने गए। परिवार के अन्य सदस्यों के बीच भी सहमति बन गई है कि तेज प्रताप के रवैये में बदलाव नहीं आया तो पार्टी सख्त कार्रवाई करे। इसके तहत पहली कार्रवाई निलंबन की हो सकती है। वैसे, रविवार को रक्षाबंधन के मौके पर तेजस्वी दिल्ली में मौजूद अपनी बहनों से राखी बंधवाएंगे। तेज प्रताप भी दिल्ली में रहेंगे। पारिवारिक माहौल में तेजप्रताप को समझाने का प्रयास किया जाएगा, क्योंकि सब मान रहे हैं कि तेज प्रताप की हरकतें तेजस्वी के रास्ते में बाधा बन रही हैं।