केन्द्रीय मंत्री व भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो को कोलकाता के जादवपुर विश्वविद्यालय में वामपंथी छात्रों ने बंधक बना लिया और उनके साथ छात्रों ने हाथापाई भी की। भाजपा सांसद कोलकाता की #JADAVPURUNIVERSITY में #ABVP के एक कार्यक्रम में पहुंचे थे। इस बीच दर्जनों वामपंथी छात्रों ने बाबुल सुप्रियो को घेर लिया और बाबुल सुप्रियो के खिलाफ वापस जाओ के नारे लगाने लगे। इसी बीच कार्यक्रम में #BabulSupriyo शामिल होने पहुंचे राज्यपाल जगदीप धनकड. का भी छात्रों ने घेराव किया। राज्यपाल ने युनिवर्सिटी के वाइस चांसलर से बात की और छात्रों के खिलाफ उचित कदम उठाने को कहा। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी फोन पर बात की है। ताजा जानकारी के मुताबिक यूनिवर्सिटी में फंसे बाबुल सुप्रियो को राज्यपाल अपने साथ ले गए। खबरों के मुताबिक छात्रों के बीच फंसे बाबुल सुप्रियो को निकालने में CRPF के जवान भी असहाय दिखे।
बताया गया है कि यह हरकत नक्सलपंथी छात्रों की है। इसमें वाममोर्चा समर्थित छात्र संगठन एसएफआइ (स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया) का भी हाथ बताया जा रहा है। दूसरी तरफ एसएफआइ ने इससे इन्कार किया है।
जादवपुर विवि 2017 में उस वक्त बेहद सुर्खियों में रहा था, जब फाइन आर्ट्स विभाग के बाहर छात्रों ने कश्मीर, मणिपुर और नगालैंड के लिए ‘आजादी’ के नारे लगाए। भाजपा के प्रदेश महासचिव राजू बनर्जी ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि पुलिस की भूमिका निष्कि्रय रही।
खबर के मुताबिक बाबुल सुप्रियो ने वाइस चांसलर से पुलिस बुलाने को कहा तो उन्होंने कहा कि युनिवर्सिटी में पुलिस नहीं बुलाऊंगा, चाहे मुझे इस्तीफा ही क्यों न देना पड़े । बता दें कि बाबुल सुप्रियो पश्चिम बंगाल के आसनसोल से सांसद हैं। केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने लोकसभा चुनाव-2019 में आसनसोल संसदीय सीट से जीत दर्ज की।
घटना के बाद बाबुल सुप्रियो ने ट्वीट कर कहा है, ये कुछ भी कर लें उकसा मुझे पाएंगे नहीं। लोकतंत्र को जीवंत बनाए रखने में विपक्ष की भूमिका सत्ताधारी दल की तरह ही काफी अहम है, तथा मतभेदों को धैर्यपूर्वक सुनना भी आवश्यक है। इस तरह का व्यवहार अनुचित तथा निन्दनीय है।