महाराष्ट्र (Maharashtra) के अमरावती (Amravati Chemist) शहर में एक केमिस्ट की हत्या के मामले की जांच अब पूरी तरह से राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण को सौंप दी गई है। अमरावती के उमेश कोल्हे हत्याकांड में गिरफ़्तार सातों आरोपियों को जिला अदालत ने सोमवार को 8 जुलाई तक ट्रांजिट रिमांड में भेज दिया। एनआईए (NIA) को हत्याकांड के सभी 7 आरोपियों की कस्टडी दी गई है।
अमरावती (Amravati) शहर पुलिस की अपराध शाखा ने मामले के कथित मुख्य आरोपी स्थानीय निवासी इरफान खान (32) को शनिवार शाम के समय नागपुर से गिरफ्तार किया था। शहर के पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह ने कहा था कि इरफान खान (Irfan Khan) ने कथित तौर पर अमरावती (Amravati) में एक मेडिकल स्टोर चलाने वाले उमेश प्रहलादराव कोल्हे (54) की हत्या की साजिश रची थी और अन्य लोगों को इसमें शामिल किया था। अमरावती (Amravati) के श्याम चौक क्षेत्र के घंटाघर के पास 21 जून की रात करीब साढ़े 10 बजे उमेश की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी।
इससे पहले, राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की एक टीम केमिस्ट की हत्या के मामले की जांच के सिलसिले में शनिवार को महाराष्ट्र के अमरावती (Amravati) शहर पहुंची थी। इस मामले की एनआईए (NIA) जांच का केंद्र का यह फैसला इस आशंका के मद्देनजर लिया गया है कि केमिस्ट की हत्या भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से निलंबित नुपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पोस्ट का परिणाम हो सकती है।
कोल्हे की हत्या राजस्थान (Rajasthan) के उदयपुर में एक दर्जी की गला रेतकर हत्या किये जाने और इसकी ऑनलाइन वीडियो पोस्ट करने से एक सप्ताह पहले की गयी थी। एनआईए (NIA) उदयपुर के दर्जी कन्हैयालाल की हत्या की भी जांच कर रही है। अमरावती सिटी कोतवाली पुलिस थाने के एक अधिकारी ने कहा, “उमेश की अमरावती शहर में एक दवा की दुकान थी। उसने नुपुर शर्मा के समर्थन में कुछ व्हाट्सएप समूह में एक पोस्ट कथित तौर पर साझा किया था। उमेश ने गलती से यह पोस्ट एक ऐसे व्हाट्सएप समूह में भेज दिया था, जिसमें दूसरे समुदाय के सदस्य भी थे।”

