शराब और सेक्स दोनों ही ऐसे टॉपिक्स हैं जिस पर कम ही चर्चा की जाती है। वहीं जब इन दोनों को एक ही टॉपिक में शामिल कर लिया जाए तो चर्चा न के बराबर हो जाती है। ऐसे में इस बात को लेकर भी कम ही लोग जानते हैं कि पीने की आदत का मेल और फीमेल की सेक्स लाइफ पर अलग-अलग असर होता है। ALCOHAL मैं मौजूद तत्व ब्लड फ्लो को स्लो करते हैं जिससे इरेक्शन में समस्या आ सकती है। इसके साथ ही ये एन्जियोटेन्सिन नाम के हॉर्मोन की मात्रा को बढ़ा देते हैं, जो इरेक्टाइल डिसफंक्शन का कारण तक बन सकता है।
ज्यादा शराब पीने पर इजैक्यूलेशन डिले होने की समस्या आ सकती है। ऐल्कॉहॉल के कारण ऑर्गेज्म रीच करने में 30 मिनट तक लग सकते हैं और इतनी देर उत्तेजना बनाए रखना भी मुश्किल होता है, ऐसे में ज्यादातर केस में पुरुषों को संतुष्टि महसूस नहीं होगी। एक स्टडी के मुताबिक, मॉडरेट मात्रा में ली गई शराब सेक्शुअल डिजायर को बढ़ा सकती है। हालांकि, ज्यादा मात्रा होश खोने के साथ ही सेक्शुअली परफॉर्म करने में भी परेशानी पैदा कर देगी।
ऐल्कॉहॉल सही सोचने और समझने की क्षमता पर असर डालती है। ऐसे में सेक्शुअली अराउज होने पर कई पुरुष अनसेफ सेक्शुअल या मल्टीपल पार्टनर सेक्स में इन्वॉल्व हो जाते हैं जो उन्हें STD की चपेट में ला सकता है। ऐल्कॉहॉल के कारण ब्लड फ्लो से लेकर सेक्शुअल प्लेजर पर ध्यान देने में परेशानी आ सकती है। इससे वजाइना को वेट होने में दिक्कत होगी, जिससे सेक्स पेनफुल हो सकता है। वहीं ऐसी स्थिति में रफ सेक्स प्राइवेट पार्ट को डैमेज भी पहुंचा सकता है।
पुरुषों की तरह महिलाओं के भी ठीक से सोचने और समझने की क्षमता पर ऐल्कॉहॉल असर करती है। ज्यादा शराब के कारण वे भी सेक्शुअल रिस्क ले सकती हैं जो उन्हें न सिर्फ STD बल्कि अनवॉन्टिड प्रेग्नेंसी के रिस्क में भी डाल सकता है।