सार्वजनिक क्षेत्र की IOC ने कहा कि उसने अप्रैल और मई में अतिरिक्त LPG आयात के लिये गठजोड़ किया है। कंपनी ने Coronavirus की रोकथाम के लिये देश्व्यापी ‘लॉकडाउन’ के दौरान खाना पकाने की गैस की बाधा रहित आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये यह कदम उठाया है। IOC ने एक बयान में कहा कि उसने बाधा रहित उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये अतिरिक्त आयात के लिये गठजोड़ किया है। यह सामान्य आयात के मुकाबले करीब 50 प्रतिशत अधिक है।
यहां यह उल्लेखनीय है कि इन रिफाइनरी कंपनियों ने कारखाने बंद होने, उड़ानें निलंबित होने, ट्रेन तथा वाहनों की आवाजाही बंद होने से मांग में कमी को देखते हुये अपनी रिफाइनरियों से परिशोधन की रफ्तार कम की है। चूंकि, LPG का उत्पादन कच्चे तेल के प्रसंस्करण के साथ पेट्रोल, डीजल और केरोसीन के साथ किया जाता है, ऐसे में घरेलू रिफाइनरियों से उपलब्धता कम हुई है।
इस कमी को पूरा करने के लिये आईओसी ने अतिरिक्त आयात के लिये गठजोड़ किया है। कंपनी ने कहा कि वह बड़ी रिफाइनरियों में परिचालन अनकूलतम कर एलपीजी उत्पादन बढ़ाने के लिये कदम उठा रही है। उसने यह भी कहा कि ‘बॉटलिंग’ संयंत्र दिन-रात काम कर रहे हैं, ताकि बढ़ी हुई मांग को पूरा किया जा सके।
IOC ने यह भी कहा कि जब से सरकार ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को तीन महीने (अप्रैल-जून) 14.2 किलो का सिलेंडर मुफ्त देने का निर्णय किया है, संबंधित LPG ग्राहकों को उसी समय से प्राथमिकता के आधार पर रसोई गैस सिलेंडर दिये जा रहे हैं।
इसके तहज IOC ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) से जुड़े बैंक खातों में प्रत्यक्ष सब्सिडी भुगतान के तहत सिलेंडर का खुदरा मूल्य डालना शुरू कर दिया है। कंपनी के अनुसार अब तक 3।7 करोड़ PMUY लाभार्थियों के खाते में 2,780 करोड़ रुपये अंतरित किये गये हैं। प्रक्रिया अगले दो दिनों में पूरी हो जाने की उम्मीद है।