नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और NRC के विरोध में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद गाजियाबाद में 6 जगहों पर फिर से हिंसक प्रदर्शन किया गया, जिसमें 65 लोगों को पुलिस ने जेल भेज दिया है। वहीं उपद्रव के आरोपितों को एक बस में बैठाकर एमएमजी अस्पताल मेडिकल के लिए ले जाया गया। आरोपितों के साथ भारी पुलिस फोर्स बस और अस्पताल के आसपास तैनात की गई थी। आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया। लोनी के पूर्व विधायक जाकिर अली, सभासद सलाउद्दीन, सपा नेता परवेज चौधरी, पार्षद पति आरिफ मलिक और पीस पार्टी के नेता शाहिद सैफी समेत 396 नामजद आरोपित अब भी फरार चल रहे हैं। हालांकि उन्हें गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
SSP ने बताया कि रात के समय दबिश दी जा रही है। पूरे जिले में उपद्रव के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 15 टीम बनाई गई हैं। गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट पेश कर रासुका की कार्रवाई पर संज्ञान में लिया जाएगा। सरकारी संपत्ति को क्षति पहुंचाने वालों के खिलाफ भी सख्ती से कार्रवाई करेंगे।
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में शुक्रवार को पसौंडा में हुए प्रदर्शन और पुलिस बल पर पथराव के मामले में समाजवादी पार्टी व पीस पार्टी के नेताओं सहित 58 नामजद और 300 अज्ञात लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज हुई है। सपा व पीस पार्टी नेताओं पर भीड़ लाने का आरोप है। अन्य नामजद आरोपितों की तलाश व अज्ञात की पहचान का प्रयास जारी है।
नगर कोतवाली में पार्षद पति आरिफ मलिक समेत सात नामजद और 800 अज्ञात के खिलाफ बलवा, मारपीट, जानलेवा हमला, सरकारी काम में बाधा पहुंचाने और क्रिमिनल लॉ एमेंडमेंट की धारा सात के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई है। नामजद आरोपियों के बावजूद भी नगर कोतवाली पुलिस एक भी गिरफ्तारी नहीं कर पाई। हालांकि शुक्रवार को पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में लेकर जरूर छोड़ दिया था।