देश में गहराए कोरोना संकट काल के बीच आज शाम करीब 4 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को संबोधित करेंगे। इस वक्त देश में जहां कोरोना वायरस का प्रकोप अपने चरम पर है तो वहीं भारत चीन सीमा विवाद भी सुरझने के बजाए बढ़ता जा रहा है। हालात युद्ध जैसे पैदा हो गए हैं। वहीं देश में महंगाई भी बढ़ती जा रही है लगातार पिछले 22 दिनों से डीजल और पेट्रोल के दाम बढ़ रहे हैं। इसे लेकर केंद्र सरकार विपक्ष के निशाने पर है। ऐसे कई मुद्दे हैं जिस पर पीए मोदी आज चर्चा कर सकते हैं, लेकिन अभी तक इस बात के संकेत नहीं मिले हैं कि आज अपने राष्ट्र के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी किस बात पर सबसे ज्यादा जोर देंगे, लेकिन माना जा रहा है कि कोरोना संकट से जुड़े मुद्दों पर ही वो अपनी बात रखेंगे. इसके अलावा ये भी कयास लगाए जा रहे हैं कि मौजूदा चीन-भारत तनाव के ऊपर प्रधानमंत्री कुछ कह सकते हैं। हालांकि अभी इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है कि पीएम मोदी आज किस मुद्दे पर अपने राष्ट्र के नाम संदेश को केंद्रित करेंगे।
इस लेकर बीती रात पीएमओ इंडिया के ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया गया जिसमें सूचना दी गई कि कल शाम यानी मंगलवार की शाम 4 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्र के नाम संदेश देंगे। बात करें भारत चीन मुद्दे की तो बीते सोमवार को मोदी सरकार ने चीन के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक शुरू कर दी है। जिसके तहत बीते सोमवार को ही प्रधानमंत्री के राष्ट्र के नाम संबोधन से ठीक पहले 59 चीनी एप्स को प्रतिबंधित कर दिया है। इसमें टिकटॉक, यूसी ब्राउजर जैसी बड़ी-बड़ी चाइनीज एप शामिल हैं। बता दें इन्हें आईटी एक्ट 2000 के तहत बैन किया गया है। इसके अलावा आज एक बार फिर से भारत और चीन के बीच कमांडर लेवल की तीसरे दौर की वार्ता भी है। जो आज सुबह 10.30 बजे से शुरू होगी और इसमें दोनों देश एलएसी पर तनाव कम करने को लेकर भी बातचीत कर सकते हैं। वहीं सूत्रों की माने तो हिंद महासागर में भारत ने सर्विलांस बढ़ा दिया है। माना जा रहा है कि इससे एक तरह से चीन को संदेश दिया जा रहा है कि भारत अपनी सरहद पर पूरी तरह सतर्क है।
वहीं कोरोना संकटकाल को देखते हुए भी पीएम मोदी पहले भी कई बार देश को संबोधित कर चुके है।जिस तरह से जून के महीने में देश में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ा है वो भी चिंता का विषय है। अबतक करीब 5 लाख 50 हजार से ज्यादा संक्रमित मरीज सामने आ चुके हैं। जिसमें से 2 लाख 10 हजार ज्यादा एक्टिव केस है तो मौत का आंकड़ा भी बढ़ा है। बता दें अब तक 16 हजार 500 के करीब लोग अपनी जान गवां चुके हैं। कोरोना संकट के दौरान इससे पहले पीएम मोदी ने 19 मार्च को 22 मार्च के लिए जनता कर्फ्यू का एलान किया था और इसके बाद 24 मार्च को देश में लॉकडाउन लगाने की घोषणा की थी। सबसे पहले लॉकडाउन 25 मार्च से 14 अप्रैल तक के लिए लगाया गया था। यानी अपने हर संबोधन के बाद पीएम मोदी ने कोरोना से जुड़े बड़े फैसले जनता के बीच रखे।
बता दें बीते रविवार को भी पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में देश को संबोधित किया था और इसके ठीक एक दिन बाद वो फिर से राष्ट्र के नाम संबोधन देने जा रहे हैं। साफ तौर पर देश के लिए किसी बड़े एलान की उम्मीद इस संबोधन से की जा सकती है।