शनिवार की शाम से हल्की हवा चल रही है। ऐसे में जिन राज्यों में पराली जलाई जा रही है, उसका धुआं दिल्ली-एनसीआर में पहुंच गया है। माना जा रहा है कि अगर हवा 15 किलोमीटर की रफ्तार से भी चलती रही तो अगले दो से तीन दिन में दिल्ली-एनसीआर की आबोहवा में सुधार आ जाएगा। अचानक दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ने की वजह तेज हवा चलना माना जा रहा है।
मौसम विभाग के अनुसार रविवार सुबह साढ़े आठ बजे सापेक्ष आर्द्रता 85 प्रतिशत दर्ज की गई। दिन में बादल छाए रहने और बाद में हल्की बारिश होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है। अधिकतम तापमान 28 डिग्री के आस पास बने रहने का अनुमान है। मौसम विभाग ने सोमवार और मंगलवार को दिन में तेज हवाएं चलने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है जिससे धुंध से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।
मौसम कार्यालय ने कहा कि चक्रवात ‘महा’ और ताजा पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से सात और आठ नवंबर को पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली में छिटपुट स्थानों पर बारिश होने की संभावना है।उन्होंने कहा, हालांकि हल्की बारिश होगी लेकिन यह पराली जलाने के प्रभाव को कम करने के संदर्भ में महत्वपूर्ण होगी और प्रदूषकों को भी दूर करेगी।
एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) को 0-50 के बीच ‘बेहतर’, 51-100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘सामान्य’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है। वहीं, हवा में पीएम 10 का स्तर 100 और पीएम 2.5 60 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 1200 के स्तर को पार कर गया है। हवा हलाहल (हिंदू मान्यताओं के मुताबिक समुद्र मंथन के समय निकला विष या जहर) सामान ज़हरीली हो गयी है। रविवार सुबह हुई हल्की बारिश से लोगों को उम्मीद थी कि अब वायु प्रदूषण से राहत मिलेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।