शताब्दी, तेजस, गतिमान ट्रेन का किराया 25% कम करने की तैयारी में रेलवे

रेलवे के मुताबिक पिछले दिनों शताब्दी, गतिमान और तेजस एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों में 50 फीसदी से ज्यादा सीटें खाली रहने के आंकड़े मिले थे। जिसके बाद रियायत देकर उन सीटों भरने की कोशिश जाएगी. सीटें भरने से रेलवे का रेवेन्यू बढ़ेगा। जिस ट्रेन में यह छूट लागू होगी उस ट्रेन में अन्य सभी रियायतें नहीं मिलेंगी, साथ ही डायनेमिक फेयर भी नहीं लगेगा। रेलवे ने जोन को 30 सितंबर तक ऐसी ट्रेनों की सूची तैयार करने के लिए कहा गया है।

शताब्दी एक्सप्रेस, तेजस एक्सप्रेस और गतिमान एक्सप्रेस में सफर करने वाले यात्रियों को भारतीय रेलवे किराये में कटौती का तोहफा देने जा रहा है। भारतीय रेलवे इन ट्रेनों में 25 फीसदी किराया कम करने की योजना को लागू करने जा रहा है। दरअसल रेलवे ने रोडवेज और सस्ती एयरलाइन से मिल रही कड़ी प्रतिस्पर्धा के चलते यह फैसला लिया है। इन ट्रेनों का किराया ज्यादा होने की वजह से यात्री सफर करने से परहेज करते हैं। रेलवे का एक ही मकसद है कि इन ट्रेनों में जो सीटें खाली रह जाती हैं, उसे भरा जाए। हालांकि किस रूट पर इसे लागू किया जाएगा यह फैसला उस रेलवे जोन के मुख्य कमर्शियल मैनेजर लेंगे।

रेलवे एक अधिकारी के मुताबिक जिन ट्रेनों की आधी सीटें खाली रह जाती हैं उनमें ये रियायत दी जाएगी. यह रियायत वातानूकुलित कुर्सी यान, एक्जीक्यूटिव कुर्सी यान सीटों के आधार पर किराये में दी जाएगी और आरक्षण शुल्क, सुपरफास्ट शुल्क और अन्य अलग से लगाए जाएंगे.

गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों में रेलवे के किरायों में बढ़ोतरी ही देखी गई थी. खासतौर से प्रीमियम ट्रेनों और एसी के किराये में खासी बढ़ोतरी हुई थी. जिसके मुकाबले उस रूट पर प्लेन का किराया या तो बराबर है या फिर कम ही है. जिस वजह से यात्री रेल के मुकाबले प्लेन से सफर करना पसंद करते हैं.

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