विश्व युवा शतरंज चैंपियनशिप में अंडर-18 ओपन वर्ग का अंतिम मुकाबला शनिवार को मुंबई में खेला गया। इस मुकाबले में भारत के 14 वर्षीय आर. प्रागनानंदा ने गोल्ड मेडल जीता है। चेन्नै के 14 साल के ग्रैंडमास्टर ने 11वें और अंतिम दौर में जर्मनी के वालेंटिन बकल्स ने ड्रॉ खेला, जिससे वह 9 अंक लेकर शीर्ष पर रहे। इस प्रतियोगिता में भारत ने कुल सात मेडल जीते हैं। एक गोल्ड के अलावा तीन सिल्वर और तीन ब्रॉन्ज भी जीते हैं।
मेडल के लिहाज से देखें तो यह प्रतियोगिता भारत के लिए काफी अच्छी रही है। भारत ने कुल सात मेडल जीते हैं। वहीं, अर प्रागनानंदा देश के सबसे युवा ग्रैंडमास्टर भी बने हैं। जबकि विश्व में ऐसा करने वाले वो दूसरे सबसे युवा खिलाड़ी हैं। उक्रेन के सर्गेई कार्जाकिन सबसे युवा ग्रैंडमास्टर हैं। उन्होंने 2002 में 12 साल, सात महीने में यह उपलब्धि हासिल की थी। यह रिकॉर्ड आज भी उन्हीं के नाम है। वहीं, प्रागनानंदा 12 साल, 10 महीने और 13 दिन की उम्र में ग्रैंड मास्टर बने थे। उन्होंने इटली में ग्रेनडाइन ओपन के अंतिम दौर में पहुंचकर यह उपलब्धि हासिल की थी।
टूर्नमेंट में भारतीयों को मिले मेडल
अंडर-18 ओपन: आर. प्रागनानंदा (गोल्ड मेडल)
अंडर-18 गर्ल्स: वंतिका अग्रवाल (सिल्वर मेडल)
अंडर-16 ओपन: अरोन्याक घोष (ब्रॉन्ज मेडल)
अंडर-14 ओपन: श्रीहरी एल.आर. (सिल्वर), श्रीश्वान मरालक्षीकरी (ब्रॉन्ज)
अंडर-14 गर्ल्स: दिव्या देशमुख (सिल्वर), रक्षिता रवि (ब्रॉन्ज)