राकांपा के गठन के 24 वर्ष पूरे होने पर मुंबई के षडमुखानंद सभागार में आयोजित समारोह के दौरान राकांपा नेता अजीत पवार (Ajit Pawar) ने कहा कि वह अब नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी से हटकर संगठन में काम करना चाहते हैं। हालांकि, उनके इस बयान पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार की अभी कोई टिप्पणी सामने नहीं आई है।
BJP में जाने की उड़ी थीं अफवाहें
अजीत पवार पिछले कुछ दिनों से विभिन्न कारणों से चर्चा में रहे हैं। कुछ ही सप्ताह पहले उनके भाजपा में जाने की अफवाहें उड़ी थीं, लेकिन उन्होंने यह कहकर अफवाहों का खंडन कर दिया था कि वह मरते दम तक राकांपा में ही रहेंगे।
इसके कुछ दिनों बाद ही उनके चाचा एवं राकांपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार द्वारा पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष पर अपनी पुत्री सुप्रिया सुले एवं प्रफुल पटेल को बैठा दिया गया। तब भी अजीत पवार की उपेक्षा किए जाने की चर्चा शुरू हुई, लेकिन अजीत पवार (Ajit Pawar)ने तब भी यह कहते हुए इस बात का खंडन किया कि वह राष्ट्रीय राजनीति में जाना ही नहीं चाहते थे।
कौन हैं NCP का प्रदेशाध्यक्ष?
बुधवार को पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने राज्य में राकांपा का मुख्यमंत्री होने की प्रतिबद्धता जताई।
माना जा रहा है कि इसी प्रतिबद्धता को मूर्त रूप देने के लिए अजीत पवार (Ajit Pawar)अब संगठन में बड़ी जिम्मेदारी चाहते हैं। फिलहाल राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल हैं। माना जा रहा है कि अजीत पवार अब स्वयं यह जिम्मेदारी निभाना चाहते हैं। लेकिन, अंतिम निर्णय तो उनके चाचा एवं पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार के हाथ में है।