Vastu Tips: कभी भूल से भी गिनकर नहीं बनानी चाहिए रोटी, होती है अन्न और धन की कमी !

अगर आप अपने घर में खाना बनाते समय रोटियों की गिनती करते हैं तो ऐसा न करें, क्योंकि इससे आपको अपने जीवन में आने वाली परेशानियों को झेलना पड़ सकता है. इसलिए किसी से रोटी की गिनती के बारे में न पूंछें.

हिन्दू धर्म में खाने-पीने से लेकर सोने-उठने तक के नियमों का पालन करने पर व्यक्ति को अपने जीवन में हमेशा शुभता और सफलता प्राप्त होती है. हिंदू धर्म में किचन को बहुत ही पवित्र स्थान माना गया है, जहां पर बनाई जाने वाली रोटी न सिर्फ व्यक्ति को जीवन जीने की ताकत, बल्कि सुख-सौभाग्य भी प्रदान करती है. हिंदू मान्यता के अनुसार यदि कोई किचन में बनाए जाने वाली रोटी से जुड़े इन नियमों की अनदेखी करता है तो उसे लाइफ में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

हिंदू मान्यता के अनुसार, जिस प्रकार एकादशी व्रत वाले दिन चावल खाने की मनाही है, कुछ उसी प्रकार दिवाली, शरद पूर्णिमा, शीतलाष्टमी, नागपंचमी और किसी की मृत्यु हो जाने पर घर में रोटी नहीं बनाई जाती है. इस नियम की अनदेखी करने वाले लोगों से मां अन्नपूर्णा नाराज हो जाती हैं और उन्हें जीवन में धन और अन्न की कमी का सामना करना पड़ता है. साथ ही आर्थिक परेशानियां भी झेलनी पड़ती हैं.

आप लोगों ने अक्सर देखा होगा कि कुछ लोगों की आ होती है कि रोटी बनाने से पहले वे अपने घर के सदस्यों से पूछते हैं कि वे कितनी रोटी खाएंगे या फिर खिलाते या खाते समय रोटी को गिनते हैं. हिंदू मान्यता में इसे शुभ नहीं माना गया है. मान्यता है रोटी का संबंध सूर्य से होता है और जब आप गिनकर रोटी बनाते हैं तो उससे सूर्य देवता का अपमान होता है और ऐसा करने पर आपको जीवन में सूर्य ग्रह से जुड़े परेशानियों को झेलनी पड़ती हैं. इसलिए कभी भी गिनकर रोटी नहीं बनानी चाहिए.

इस दिशा की ओर होना चाहिए मुंह

वास्तु के अनुसार किचन में रोटी बनाते समय धार्मिक नियमों के साथ कुछ वास्तु नियमों का भी ख्याल रखना चाहिए. जैसे वास्तु के अनुसार जिस चूल्हे पर आप रोटी बनाती हैं, वह आपके किचन में हमेशा आग्नेय कोण यानि दक्षिण पूर्व दिशा में होना चाहिए. साथ ही रोटी बनाते समय आपका मुंह पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए.

कई सालों से चली आ रहा है ये परंपरा

हिंदू धर्म के अनुसार, किचन में बनाई गई पहली रोटी को हमेशा गाय को देने की परंपरा कई सालों से चली आ रही है. यदि आपके आस-पास गाय न मिल पाए तो पहली रोटी किसी कुत्ते को भी खिलाई जा सकती है. मान्यता है कि रोटी से जुड़े इस उपाय को करने पर उस घर में रहने वालों की सारी विपदा गाय या कुत्ता रोटी को खाकर दूर कर देता है. रोटी के इस उपाय को करने से उस घर में रहने वालों पर सुख-समृद्धि बनी रहती है.

किसे खिलाएं पहली रोटी?

हिंदू धर्म में किचन में बनी पहली रोटी को गाय को खिलाने का जहां बहुत ज्यादा पुण्यफल माना गया है, वहीं बासी, जूठी या खराब हो चुकी रोटी गाय को खिलाने को बड़ा पाप माना गया है. चूंकि गाय में 33 कोटि देवताओं का वास माना गया है, ऐसे में इस महापाप से बचने के लिए भूलकर भी गाय को ऐसी रोटी न खिलाएं.

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