मकर संक्रांति से शुरू हो रहे कोरोना टीकाकरण (Corona Vaccination) के लिए मंगलवार को पूरे प्रदेश में ड्राई रन किया गया, ताकि खामियों को दुरुस्त किया जा सके। लेकिन, PM नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कोरोना वैक्सीनेशन के लिए ड्राई रन की तैयारियों की पोल उस समय खुली जब कर्मचारी वैक्सीन को साइकिल से लेकर अस्पताल पहुंचे। हालांकि, वहां पुलिस की तैनाती जरूर की गई थी, लेकिन वैक्सीन को अस्पताल तक पहुंचाने की पूरी तैयारी नहीं की गई। वाराणसी के चौकाघाट कोरोना वैक्सीन केंद्र से वैक्सीन महिला अस्पताल साइकिल से पहुंचाई गई। वहीं, महिला अस्पताल में जब वैक्सीन पहुंची तो वहां भी तैयारी नहीं थी।
इस बाबत पूछने पर वाराणसी के CMO डॉ. वीबी सिंह का कहना है पांच केंद्रों पर वैन से वैक्सीन गई है। केवल महिला अस्पताल में साइकिल से वैक्सीन कैरियर लेकर आया है। हर जिले में 6-6 स्थानों पर वैक्सीनेशन के लिए ड्राई रन आयोजित हो रहे हैं। ड्राई रन के दौरान किसी को भी कोई वैक्सीन नहीं लगाई जा रही है, बल्कि केवल वैक्सीन लगाने का मॉक ड्रिल किया जा रहा है। इसके बावजूद कई जिलों में अलग-अलग अव्यवस्था देखने को मिली।
CM योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बावजूद वाराणसी में अव्यवस्था देखने को मिली। कई केंद्रों पर वॉलंटियर्स भी नजर नहीं आए। सिर्फ दो लोग ही वैक्सीन लगवाने के लिए पहुंचे, जबकि 25 लोगों का टीकाकरण होना था। गौरतलब है कि 5 जनवरी को UP में सबसे बड़ा ड्राई रन सुबह 10 बजे से 12 बजे तक किया गया। लखनऊ में CM ने खुद ड्राई रन का जायजा लेने लोहिया संस्थान पहुंचे।