उत्तर प्रदेश में लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सुरक्षा में सेंध देखने को मिली है। जबकि भारतीय प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था अभूतपूर्व होती है। देश में एकमात्र PM मोदी ही हैं, जिनके आस-पास हर वक्त SPG का सुरक्षा घेरा होता है। ऐसे में बार-बार अनचाहे व्यक्तियों का PM मोदी के आस-पास पहुंचना यूपी पुलिस की सतर्कता पर गंभीर सवाल उठाती है। रविवार को वाराणसी दौरे पर पहुंचे PM मोदी ने यहां 1250 करोड़ की 50 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया।
BHU में एक कार्यक्रम के बाद PM मोदी का काफिल चंदौली के पड़ाव स्थित पं. दीन दयाल स्मृति स्थल के रवाना हुआ। इसी बीच अचानक एक युवक काला झण्डा लेकर काफिले के बीच में कूद पड़ा। नारेबाजी करते हुए उसने काला झण्डा लहराया। PM मोदी की सुरक्षा में तैनात कमांडो ने तुरंत युवक को घेर लिया और फिर पुलिस को सौंप दिया। युवक का नाम अजय यादव है, जो एक SP नेता का बेटा बताया जा रहा है। इस घटना के लिए कहीं न कहीं PM मोदी की सुरक्षा में लगी यूपी पुलिस की भूमिका संदिग्ध है। आखिर कैसे वह युवक सुरक्षा घेरा तोड़कर काला झण्डा लेकर PM मोदी के काफिले में कूद पाया?
इससे पहले 5 फरवरी को लखनऊ में डिफेंस एक्सपो के उद्घाटन समारोह में भी एक मंदबुद्धि युवक PM मोदी के करीब पहुंच गया था। पुलिसकर्मियों ने समय रहते युवक को दबोच लिया और विवाद ज्यादा नहीं बढ़ा। उक्त युवक के पास कोई पास भी नहीं था। जबकि उस दिन आम नागरिकों के लिए एक्सपो स्थल पर प्रवेश वर्जित था। जिन लोगों को प्रवेश दिया जा रहा था, उनकी कई-कई बार चेकिंग की जा रही थी। इतनी सख्त सुरक्षा के बाद भी मंदबुद्धि युवक आयोजन स्थल तक कैसे पहुंचा? इसका जवाब किसी पुलिस अधिकारी के पास न तब था और न ही बाद में इस चूक के लिए जिम्मेदार व्यक्ति की खोज पड़ताल की गयी।