सीरिया के इलाकों में बम बरसा रहे तुर्की को अब अमेरिका ने बड़ा झटका दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहले ही तुर्की को आगाह कर दिया था कि अगर उसने अपना हमला नहीं रोका तो वह उसे बर्बाद कर देगा।
अमेरिकी सेना का सीरिया के इलाकों से बाहर निकलते ही तुर्की ने कुर्दिश लड़ाकों पर हमला करना शुरू कर दिया था, जबकि सीरिया के कुछ हिस्से पर कब्जा करने की कोशिश भी की थी। इसी के बाद डोनाल्ड ट्रंप की ओर से तुर्की को चेतावनी दी गई थी।
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने एक बयान में कहा कि अमेरिका के द्वारा तुर्की पर जो एक्शन लिए गए हैं, उससे उन्हें बड़ा झटका लगने वाला है। क्योंकि तुर्की की ओर से मानवाधिकार का उल्लंघन किया जा रहा है और सीरिया की शांति-सुरक्षा भंग करने का काम किया जा रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने फिर चेतावनी देते हुए कहा कि अगर तुर्की नहीं रुका तो वह उसकी अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर देंगे।
अमेरिका की ओर से तुर्की के जिन नेताओं, मंत्रियों, बिजनेसमैन को सैंक्शन लिस्ट में डाला गया है उन्हें अमेरिका में एंट्री भी नहीं मिल पाएगी। इस आदेश में वित्तीय सैंक्शन के अलावा, प्रॉपर्टी को जब्त करना, अमेरिका में नो एंट्री, 100 बिलियन यूएस डॉलर की डील पर रोक शामिल है। मई में अमेरिका ने तुर्की के लिए स्टील टैरिफ को कम किया था, लेकिन अब इन्हें 50 फीसदी बढ़ाया गया है।
गौरतलब है कि कुर्दिश लड़ाकों ने अमेरिकी सेना का ISIS के खिलाफ लड़ाई में साथ दिया था, इसके अलावा बॉर्डर पर तुर्की की सेना के खिलाफ लड़ाई में भी दोनों साथ थे। भारत ने भी तुर्की के इस एक्शन का पुरजोर विरोध किया था और सैन्य कार्रवाई रोकने की बात कही थी।
बीते दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीरिया से अमेरिकी सेना को वापस बुलाने का ऐलान किया था। इसके बाद 9-10 अक्टूबर से ही सीरिया के कुछ क्षेत्रों से अमेरिकी सेना वापस आने लगी और तुरंत तुर्की की सेना ने वहां मौजूद कुर्दिश के लड़ाकों पर हमला बोलना शुरू कर दिया। खुद तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एद्रोगन ने ट्विटर पर इन हमलों का ऐलान किया था।
