भारतीय वायुसेना के बड़े में लड़ाकू विमान राफेल के शामिल होने से देश की सैन्य ताकत में बढ़ोतरी होगी। चीन से भारत के तल्ख रिश्तों के बीच राफेल का वायु सेना में शामिल होना महत्वपूर्ण माना जा रहा है। आपको बता दें आज लड़ाकू विमान राफेल की पहली खेप अंबाला एयरबेस पर पहुंच जाएगी। इस मौके पर वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया विमानों को रिसीव करने अंबाला पहुंचेंगे। फ्रांस से भारत आ रहे 5 राफेल विमान फिलहाल यूएई के एयरबेस पर मौजूद हैं। सूत्रों के मुताबिक आज सुबह ये सभी राफेल विमान UAE से भारत के लिए उड़ान भरेंगे।
आज अंबाला एयर बेस पर विमानों की लैंडिंग होगी। इससे पहले अंबाला एयर फोर्स स्टेशन के आस-पास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। सुरक्षा के मद्देनजर एयर फोर्स से सटे 4 गांवों और उसके आस-पास धारा 144 लगा दी गई है। इतना ही नहीं सुरक्षा कारणों की वजह से इस पूरे इलाके की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। साथ ही अंबाला एयरबेस के 3 किलोमीटर के दायरे को नो ड्रोन जोन घोषित कर दिया गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक भारतीय समय के अनुसार आज दोपहर 2 बजे राफेल विमान अंबाला एयरबेस पर पहुंचेगी। लेकिन खराब मौसम की वजह से लैंडिंग के समय में थोड़ा बदलाव हो सकता है। एयर फोर्स ने मौसम की हर स्थिति से निपटने के लिए तैयारियां कर रखी हैं। अंबाला में अगर मौसम की समस्या उत्पन्न होती है तो राफेल विमान अंबाला एयरबेस की जगह जोधपुर एयरबेस पर लैंडिंग करेंगे। इसके लिए जोधपुर एयरबेस पर भी बैकअप बेस के तौर पर पूरी तैयारी की गई है। साथ ही सुरक्षा के कड़े इंतजाम भी किए गए हैं।