भारत और चीन के बीच तनाव चल रहा है और तनाव के बीच हिंसक झड़प भी हुई थी। जिसमें कई भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। जिसको लेकर देश मे काफी रोष है। वहीं पाकिस्तान भी अपनी हरकतों से बाज नही आ रहा है। रविवार सुबह जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर के जादीबल में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच जारी मुठभेड़ में एक और आतंकी को ढेर कर दिया। अब तक 3 आतंकी मारे गए। सुरक्षाबलों को इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। इसी सूचना के आधार पर सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम ने इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया।
सुरक्षा बलों ने एक मकान में छिपे थे। सुरक्षाबलों को इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर मकान की घेरा बंदी कर 3 आतंकवादियों को मार गिराया है। इन आतंकियों की पहचान अभी नहीं बताई गई है। लेकिन, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया कि इन आतंकियों के सफाए के साथ ही इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि चार प्रमुख आतंकी संगठनों के चीफ का चार महीने में सफाया हो गया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने IG विजय कुमार ने बताया कि चार महीने में लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, हिजबुल मुजाहिदीन और अंसार गजवत-उल हिंद के सरगना मारे गए।
IG ने बताया कि श्रीनगर में जिन आतंकवादियों को मारा गया है, वे लोकल टेररिस्ट थे। ऑपरेशन के दौरान वे छिपने के लिए एक मकान में दाखिल हो गए थे। हमने यहां के कुछ सम्मानित लोगों से कहा कि वे आतंकवादियों को समर्पण करने के लिए कहें। लेकिन, आतंकवादियों ने उनकी बात मानने की बजाय ग्रेनेड से सुरक्षाबलों पर हमला कर दिया। इसके बाद उन्हें एनकाउंटर में मार गिराया गया।
विजय कुमार ने बताया कि कठुआ में जिस ड्रोन को BSF ने मार गिराया था, वह अली भाई के नाम पर था। वह जैश का आतंकवादी है और साउथ कश्मीर में एक्टिव है। इसमें एम4 राइफल थीं। हमने रिकॉर्ड खंगाले तो पुलवामा के एक आतंकवादी फुरकान का नाम आया है। हो सकता है कि यह एम4 राइफल फुरकान के लिए ही पाकिस्तानी ड्रोन से भेजी गई हों। कुलगाम में भी एक जैश आतंकी के पास से एके-47 और एम4 कार्बाइन बरामद हुई है। यह भी देखा गया है कि जैश के आतंकी एम4 राइफल का इस्तेमाल करते हैं।