लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में आज शनिवार (27 सितंबर) को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि यूपी में दंगा करने वाले उपद्रवियों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा. इसके साथ ही सीएम योगी ने पूर्व की सरकारों पर भी हमला बोला, यह उत्तर प्रदेश वही है जो पहले बीमारू था, बीमारू था नहीं बीमारू बना दिया गया था.
सीएम योगी ने कहा कि दंगाइयों को मुख्यमंत्री आवास में बुलाकर सम्मानित किया जाता था. पेशेवर अपराधी और माफियाओं के सामने सत्ता सैल्यूट करती थी और सत्ताधारी लोग उनके कुत्तों के साथ हाथ मिलाया करते थे. आपने दृश्य देखे होंगे, कैसे सत्ता का मुखिया एक माफिया के कुत्ते से हाथ मिलाकर के अपने को गौरवान्वित महसूस करता था. यह स्थिति थी, आप अनुमान करते हैं उत्तर प्रदेश के लोगों को इन्होंने सुरक्षित किया था.
चाचा भतीजा दोनों वसूली के लिए निकल पड़ते थे- सीएम योगी
सीएम योगी ने कहा कि हर जिले के अंदर एक माफिया दे दिया था और हर माफिया को जिले के अंदर समानांतर सरकार चलाने की पूरी छूट दे दी थी. उत्तर प्रदेश न केवल बीमारू राज्य था बल्कि उत्तर प्रदेश के नागरिकों के सामने पहचान का संकट भी था. हर व्यक्ति अपनी पहचान के लिए मोहताज था, ना बेटी सुरक्षित ना व्यापारी सुरक्षित. खेतीबाड़ी चौपट किसान आत्महत्या करता था, नौजवान की नौकरी पर सेंध लगती थी. उसकी नीलामी होती थी, चाचा भतीजा दोनों वसूली के लिए निकल पड़ते थे. वसूली का गैंग चलता था, ट्रांसफर पोस्टिंग में इनके दलाल बोली लगाया करते थे और आप भी देखते होंगे जब हम ट्रांसफर पोस्टिंग करते हैं तो आज भी उनकी पीड़ा झलक उठती है. कैसे हम लोगों ने उनके उस अनैतिक अवैध व्यापार पर कैसे प्रहार किया है? उनके सभी चेले चपाटे किस प्रकार से चिल्लाते हुए दिखाई देते.