दिवाली से पहले खुफिया विभाग ने दिल्ली-एनसीआर सहित कई महानगरों में आतंकी हमले की आशंका जताते हुए चेतावनी जारी की है. एजेंसियों का कहना है कि भीड़भाड़ वाले इलाकों और धार्मिक स्थलों पर विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है.
त्योहारों का मौसम खुशियां लेकर आता है, लेकिन इस बार उसने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता भी बढ़ा दी है. आतंकी हमले की आशंका से अधिकारियों के होश उड़ गए हैं. वहीं लोगों से भी सतर्क रहने की अपील की गई है.
आतंकी हमले को लेकर एजेंसियों ने जारी किया अलर्ट
इंटेलिजेंस सूत्रों के मुताबिक, हालिया अंतरराष्ट्रीय घटनाओं और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत के कई बड़े शहर आतंकी संगठनों के निशाने पर हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, दिल्ली के प्रमुख बाजार, मॉल, धार्मिक स्थल और विदेशी पर्यटकों के ठिकाने संभावित संवेदनशील क्षेत्र माने गए हैं.
पंजाब में खालिस्तानी संगठनों की सक्रियता से बढ़ा खतरा
इसी बीच पंजाब में भी आतंकी हमले का खतरा बढ़ा है. सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI, खालिस्तानी आतंकी नेटवर्क के साथ मिलकर IED धमाकों की साजिश रच रही है. सूत्रों का कहना है कि पुलिस चौकियां और सुरक्षा ठिकाने आतंकियों के निशाने पर हैं.
सोशल मीडिया पर उकसावे का नया खेल
खुफिया इनपुट यह भी बता रहे हैं कि आतंक का नेटवर्क अब सोशल मीडिया का इस्तेमाल नए तरीके से कर रहा है. पाकिस्तान और बांग्लादेश से संचालित कई फर्जी अकाउंट धार्मिक उकसावे और अफवाह फैलाने में जुटे हैं. इन पोस्टों का मकसद त्योहारों के दौरान माहौल बिगाड़ना और अस्थिरता फैलाना बताया गया है.
दिल्ली में सख्त निगरानी
दिल्ली पुलिस ने सभी बाजारों, मेट्रो, रेलवे स्टेशन, बस अड्डों और धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त कर दिया है. सादे कपड़ों में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है और संवेदनशील इलाकों में लगातार जांच अभियान चलाए जा रहे हैं. सीमावर्ती इलाकों में दिल्ली और पड़ोसी राज्यों की पुलिस की संयुक्त चेकिंग भी तेज कर दी गई है.
लोगों से सतर्क रहने की अपील
दिल्ली पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध व्यक्ति, वाहन या वस्तु की तुरंत सूचना पुलिस को दें. किरायेदारों और घरेलू सहायकों का वेरिफिकेशन कराने की सलाह दी गई है. साथ ही साइबर और सोशल मीडिया सेल लगातार संदिग्ध ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं.
त्योहारों की भीड़ और रौनक के बीच सुरक्षा एजेंसियां किसी भी स्थिति से निपटने की तैयारी में हैं. अफसरों का कहना है कि यह समय लापरवाही का नहीं, बल्कि सतर्कता का है. हर थाने को बीट लेवल तक सक्रिय रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट तुरंत करने के निर्देश दिए गए हैं.