बाढ़ विधानसभा का इतिहास इस बार बदलता दिख रहा है, जहाँ दशकों से एनडीए के मजबूत किले को स्थानीय नेता कर्णवीर ने अपने प्रभाव से कमजोर कर ही दिया था वहीँ सीएम इन वेटिंग तेजस्वी यादव की जनसभा में उमड़ी अपार भीड़ ने यहाँ की लड़ाई को एकतरफा महागठबंधन के पाले में मोड़ दिया है.
पहले चरण के चुनाव में महज 4 दिन शेष हैँ और सभी पार्टियां अपने प्रचार अभियान को धार दे रही हैँ इसी सिलसिले में 2 नवंबर को तेजस्वी यादव पहुंचे बाढ़ विधानसभा और भरे मंच से एलान किया सभी घरों को एक सरकारी नौकरी देने का. भीड़ हजारों की संख्या में अपने प्रिय नेता को सुनने का इंतज़ार कर रही थी. तेजस्वी आये और माहौल को ऊर्जावान बना दिया, मानो समस्त बाढ़ के युवा आज ही के दिन का इंतज़ार कर रहे हों और सिर्फ तेजस्वी जी से अपने भविष्य की गारंटी सुनना चाहते हों.
जाते जाते अपने घोषणापत्र से अलग सिर्फ बाढ़ के लिए बहुत बड़ी घोषणा भी की गयी. ये वहीँ घोषणा थी जिसके लिए कर्णवीर सिंह यादव सालों से लड़ाई लड़ रहे हैँ. मांग थी बाढ़ को जिला बनाने की और टाइमिंग तो देखिये मंच सजा था और सामने थे भावी मुख्यमंत्री जिन्होंने कर्णवीर सिंह यादव की सराहना की और वादा किया बाढ़ को जिला बनाएंगे

