बिहार विधानसभा में बुधवार को मॉनसून सत्र का तीसरा दिन था. आज भी पक्ष और विपक्ष में भारी नोक झोॆक हुई और सदन की कार्यवाही भारी हंगामे की भेंट चेढ़ गई. हालांकि इसी हंगामे के बीच कुछ काम की बात भी हई. सदन के स्थागित होने के बाद तेजस्वी ने आरोप लगाते हुए कहा कि सभा के अंदर उन्हें बोलने नहीं दिया गया.
तेजस्वी यादव ने विजय सिन्हा पर क्या कहा?
तेजस्वी यादव ने सवाल करते हुए कहा कि, “अगर सदन के अंदर विपक्ष का नेता नहीं बोलेगा तो कौन बोलेगा. अगर सवाल नहीं पूछेंगे जाएंगे तो जवाब कैसे मिलेगा.” उन्होंने उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा पर आमर्यादित भाषा बोलने का आरोप लगाया और कहा कि वो बोलने से रोक रहे थे, ये उनका काम है या विधानसभा अध्यक्ष का काम है.
वहीं, बिहार एसआईआर पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा, “आज हमने विधानसभा में एसआईआर पर बात की. 2005 से कौन सत्ता में है? सब जानते थे कि चर्चा किस विषय पर होगी, लेकिन सीएम अपनी मनमर्जी से बोलते रहे. सीएम अब राज्य चलाने वाले नहीं हैं. जिस तरह से राज्य को रिमोट कंट्रोल पर दिल्ली से चलाया जा रहा है. ये सही नहीं है”
मॉनसून सत्र में सदन की मर्यादा हुई तार-तार
बता दें कि सदन के अंदर महागठबंधन और एनडीए के विधायक एक-दूसरे पर खूब चिल्लाए. इस दौरान डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने तेजस्वी यादव को चुप रहने को कहा. इस पर आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र भड़क गए और बोले कि सदन किसी के बाप का नहीं है. फिर भाई वीरेंद्र और डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा के बीच तीखी बहस हुई. इस पूरे घटनाक्रम के बीच सदन की मर्यादा तार-तार हो गई.

