बैंक कर्मचारियों की दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल आज से शुरू हो गई है। रविवार पड़ने के चलते 3 दिन तक बैंक बंद रहेंगे। हड़ताल की वजह से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में नकदी निकासी और जमा समेत विभिन्न सेवाएं प्रभावित हुईं है। बैंक कर्मचारियों के संगठन वेतन वृद्धि की मांग को लेकर 31 जनवरी से दो दिन की हड़ताल पर है। आईसीआईसीआई और एचडीएफसी जैसे निजी क्षेत्र के बैंक खुले हैं।
भारतीय स्टेट बैंक समेत विभिन्न बैंकों ने अपने ग्राहकों को पहले ही सूचित कर दिया है कि हड़ताल की वजह से बैंकिंग सेवाओं पर कुछ असर पड़ सकता है। बैंक कर्मियों की हड़ताल से नकदी जमा और निकासी, चेक क्लीरेंस और कर्ज वितरण जैसी सेवाएं प्रभावित रहेंगी। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन (यूएफबीयू) के आवाहन पर 31 जनवरी और एक फरवरी को बैंकों में हड़ताल से काम ठप है।
एसबीआई स्टाफ एसोसिशन मैन ब्रांच लखनऊ के सेक्रेटरी सुनील चतुर्वेदी ने कहा कि आज हम लोगों की हड़ताल इसलिए हो रही है कि हम लोगों की बेतन समझौता नवंबर 2017 से बकाया है। जो कि अभी तक आईबीए ने लागू नहीं किया है। अभी तक 40 बैठके हो चुकी है लेकिन आईबीए ने कोई निर्णय नहीं लिया गया है। हड़ताल को लेकर अधिकारी अनावश्यक दबाव बना रहे हैं कि आप काम पर वापस लौटे लेकिन जब तक मांगे नहीं पूरी होगी हम लोग नहीं लौटेंगे। उन्होने कहा कि अगर हमारी मांगे पूरी नहीं होगी तो फिर मार्च में 11, 12 और 13 तारीख को भी हड़ताल करेंगे। उसके बाद भी अगर मांगे पूरी नहीं हुई तो बैंक यूनियन ने एक अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा की है।