Sputnik V की कीमत का हो गया ऐलान, जानिए एक डोज कितने की पड़ेगी

रूसी कोरोना वायरस वैक्‍सीन स्‍पूतनिक V की कीमत पर सस्पेंस खत्म हो गया है। डॉक्टर रेड्डी लेबोरेटरीज ने इसकी कीमत का ऐलान कर दिया है। भारत में इस रूसी वैक्सीन को बनाने वाली इस कंपनी के मुताबिक स्पूतनिक V की कीमत 948 रुपये प्लस 5% जीएसटी होगी। इसका मतलब है कि 948 रुपये के अलावा इस पर 5% जीएसटी यानी 47.40 रुपये जीएसटी चार्ज किया जाएगा। इस तरह एक डोज 995.40 रुपये की पड़ेगी।

स्पूतनिक तीसरी ऐसी कोविड-19 वैक्‍सीन होगी, जिसे भारत में इस्‍तेमाल किया जाएगा। लोगों को इसकी डोज लगाने की शुरुआत कब से होगी, इसपर स्थिति साफ नहीं है। स्‍पूतनिक वी वैक्‍सीन की पहली खेप 1 मई को ही भारत पहुंच चुकी थी। ऐसे वक्‍त में, जब भारत में रोज 3 लाख से ज्‍यादा केस और 4 हजार से ज्‍यादा मौतें हो रही हैं, किसी वैक्‍सीन को रोककर रखना समझ से परे है। मगर इसकी एक वजह है ताकि जब वैक्‍सीन आपके लिए उपलब्‍ध हो तो यह सुनिश्चित हो सके कि वह पूरी तरह सुरक्षित है।

स्‍पूतनिक वी के पहले बैच में डेढ़ लाख डोज शामिल थीं। प्रोटोकॉल के अनुसार, किसी भी इम्‍पोर्टेड वैक्‍सीन के इस्‍तेमाल से पहले लैब में उनकी टेस्टिंग की जाएगी। केंद्र सरकार ने कहा था कि वैक्‍सीन के हर बैच की पहले कसौली स्थित सेंट्रल ड्रग्‍स लैबोरेटरी (CDL) में जांच होगी, उसी के बाद उसे नैशनल कोविड-19 वैक्‍सीनेशन प्रोग्राम में यूज किया जा सकेगा। लैब में यह जांचा जाएगा कि वैक्‍सीन सुरक्षित, असरदार और किसी भी तरह के अन्‍य संक्रमण से मुक्‍त है।

एक बार CDL से अप्रूवल मिलने के बाद, डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज (जिसे यह वैक्‍सीन इम्‍पोर्ट करने की अनुमति मिली है) केवल 100 लोगों को स्‍पूतनिक वी वैक्‍सीन की डोज देगी। वैक्‍सीन का सेफ्टी डेटा सेंट्रल ड्रग्‍स स्‍टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) को सबमिट किया जाएगा।

CDSCO के एक्‍सपर्ट्स इस डेटा का रिव्‍यू करेंगे और उसके बाद कंपनी को वैक्‍सीन के इस्‍तेमाल की अनुमति देंगे। केंद्र सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार, भारत में वैक्‍सीन के इमर्जेंसी यूज का अप्रूवल ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) देंगे।

डॉ रेड्डीज ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि उन्‍होंने वैक्‍सीन की पहली डोज लगा दी है। यानी जिन पहले 100 लोगों को वैक्‍सीन दी जानी थी, उसकी शुरुआत हो गई है।

स्‍पूतनिक वी अबतक इसलिए भी उपलब्‍ध नहीं हो पाई है क्‍योंकि उसे विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (WHO) से भी अप्रूवल नहीं मिला है। अमेरिकी ड्रग रेगुलेरटर (US FDA) और यूरोपियन ड्रग रेगुलेटर ने भी इस वैक्‍सीन को मंजूरी नहीं दे रखी है। इसी वजह से भारत को यह वैक्‍सीन आम जनता को देने से पहले उसकी जांच करनी पड़ रही है।

नीति आयोग के सदस्‍य (स्‍वास्‍थ्‍य) डॉ वीके पॉल ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में कहा कि उन्‍हें उम्‍मीद है कि स्‍पूतनिक वी अगले हफ्ते तक बाजार में उपलब्‍ध हो जाएगी। पॉल ने कहा, “स्‍पूतनिक वी वैक्‍सीन भारत में आ चुकी है। मुझे यह कहते हुए बेहद खुशी हो रही है कि हमें उम्‍मीद है कि यह अगले हफ्ते तक बाजार में उपलब्ध होगी। हमें उम्‍मीद है कि वहां (रूस) से जो सीमित सप्‍लाई आई है, उसकी बिक्री अगले सप्‍ताह से शुरू हो जाएगी।”

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