समाजवादी पार्टी के राष्टीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की सभा में कथित BJP समर्थक युवक के घुसने को लेकर सोमवार को विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बिना किसी का नाम लिए एक BJP नेता द्वारा जान से मारने की धमकी मिलने का भी आरोप लगाया है। सोमवार को जैसे ही विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई तो SP विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। नेता विपक्ष राम गोविंद चौधरी ने कहा कि अखिलेश यादव को जान से मारने की धमकी मिल रही है। कहा कि SP को जय श्रीराम के नारे से कोई समस्या नहीं है। लेकिन अखिलेश यादव को चिढ़ाने के लिए उनकी सभा में जय श्रीराम का नारा लगाया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा, BJP गलत परंपरा डाल रही है।
राम गोविंद चौधरी के आरोप पर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि अखिलेश यादव की सभा में नारा लगाने वाला युवक किसी पार्टी का नहीं है। उसे SP कार्यकर्ताओं ने मारा-पीटा और उसका चालान भी करवाया गया है। संसदीय कार्य मंत्री अखिलेश यादव की सुरक्षा को लेकर कहा कि आज भी उनकी सुरक्षा में 182 सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। उनकी सुरक्षा को मौजूदा सरकार ने कम नहीं किया है। SP मुखिया अब इससे ज्यादा और कौन सी सुरक्षा चाहते हैं? कहा कि SP ने मामूली घटना को तूल दिया है। सुरेश खन्ना ने कहा कि अखिलेश यादव को अगर फोन पर धमकी मिली है तो सरकार उसकी जांच कराएगी। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
विधानसभा में हंगामा कर रहे SP विधायकों को संसदीय कार्य मंत्री ने जमकर खरी-खरी सुनाई। कहा कि जनता के बीच से अगर किसी ने अखिलेश यादव से सवाल पूछा लिया तो सा गुनाह कर दिया? संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि वास्तव में खतरा समाजवादी पार्टी से जनता को है। अखिलेश यादव पूर्व मुख्यमंत्री हैं। जनता अपने जनप्रतिनिधि से सवाल पूछती ही है। लेकिन अखिलेश यादव ने अपने सामने उस युवक को पिटवाया।
संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि कोई भी व्यक्ति अखिलेश यादव की सभा में जय श्रीराम का नारा लगा दे तो वह असुरक्षित महसूस करने लगते हैं, यह बड़ा ही हास्यास्पद है। कहा कि जब मुलायम सिंह यादव मुख्यमंत्री थे, तब जय श्रीराम का नारा लगाने पर कारसेवकों की हत्या करा दी जाती थी।
संसदीय कार्य मंत्री के बयान पर नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी में कहा कि सरकार बताए कि CM योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में कितने लोग लगे हैं? अखिलेश को धमकी मिलने की बात आई तो अब कह रहे हैं कि उनकी सुरक्षा में 182 लोग तैनात हैं। इस पर विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित ने कहा कि एक वर्तमान मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री की सुरक्षा की तुलना नहीं की जा सकती।
SP नेता अहमद हसन ने कहा कि जब से BJP की सरकार आई है, प्रदेश में जंगलराज कायम है। हर ओर अराजकता का माहौल है। योगी सरकार दमन और चरित्रहनन की नीति पर चल रही है। पूर्व कैबिनेट मंत्री ने कहा कि 15 फरवरी को एक साजिश के तहत BJP कार्यकर्ता ने अखिलेश यादव की सभा में व्यवधान डाला। उस युवक के बारे में जानकारी जुटाई जाए तो सच्चाई सामने आ जाएगी। इससे पहले LIU का आदमी मीडिया प्रतिनिधि बनकर अखिलेश की सभा में शामिल हो चुका है। अहमद हसन ने कहा कि अखिलेश यादव की जान को गंभीर खतरा है। उनकी एनएसजी सुरक्षा हटा दी गयी है।
SP एमएलसी उदयवीर सिंह ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि BJP के लोग फोन पर धमकी दे रहे हैं। BJP सरकार के सूचना सलाहकार ऐसे लोगों को संरक्षण दे रहे हैं। अगर इस मामले में कार्रवाई नहीं हुई तो साफ है कि यह सब मुख्यमंत्री के इशारे पर हो रहा है।