बच्चों , अभिभावकों और टीचर्स के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है .कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के मंद पड़ने और आईसीएमआर की ओर से स्कूलों को खोले जाने की वकालत के बाद राज्य सरकारों ने इस दिशा में कदम बढ़ाना शुरू कर दिया है। राजस्थान, गुजरात और हिमाचल प्रदेश ने स्कूल खोलने का फैसला किया है। राजस्थान सरकार ने 2 अगस्त से कक्षा 1 से 12वीं तक के सभी स्कूलों को खोलने का फैसला लिया है तो गुजरात में 26 जुलाई से 9वीं से 11वीं तक के विद्यार्थी क्लास में बैठ सकेंगे। वहीं, हिमाचल प्रदेश में भी 2 अगस्त से 10वीं से 12वीं तक के सभी स्कूल खुल जाएंगे तो 5 से 8वीं तक के विद्यार्थी भी अपनी शंकाओं के समाधान के लिए आ सकते हैं। राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक में स्कूलों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों को 2 अगस्त से खोलने पर सहमती बनी।
बैठक के बाद शिक्षा मंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंदसिंह डोटासरा ने पत्रकारों को बताया कि कोरोना काल में बच्चों के लिए बंद चल रहे स्कूल, कॉलेज और कोचिंग 2 अगस्त से खोलने का फैसला लिया है। कक्षा 1 से 12वीं कक्षा तक के स्कूल खोलने पर सरकार ने मुहर लगा दी है। कैबिनेट की बैठक में स्कूल, कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज में कक्षाएं शुरू करने का फैसला किया गया। कोचिंग और कॉलेज खोलने की तारीख बाद में तय होगी। कोराना की दूसरी लहर के बाद से मार्च से ही स्कूल, कॉलेज स्टूडेंट्स के लिए बंद हैं। मंत्रिपरिषद की बैठक में स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों सहित विभिन्न शिक्षण संस्थाओं में कक्षाएं शुरू करने को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। मंत्रिपरिषद ने स्कूल, कॉलेज खोलने पर एक्सपर्ट की राय जानी। कोरोना कोर ग्रुप के एक्सपट्र्स ने इस पर सकारात्मक रुख दिखाया।
मंत्रिपरिषद में यह सहमति बनी कि कोविड प्रोटोकॉल की पालना और सभी सावधानियों को बरतते हुए शिक्षण संस्थाओं को खोला जाए। डोटासरा ने बताया कि बच्चों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा। चिकित्सा विशेषज्ञों ने राय दी है कि छोटे बच्चों को खतरा नहीं है। कोविड प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा जाएगा। आगे कोई दिक्कत आएगी, तो देख लिया जाएगा। पर एक बार सभी कक्षाओं के बच्चों को स्कूल बुलाया जाएगा। ग्रामीण इलाकों में और गरीब परिवारों के बच्चे ऑनलाइन शिक्षा की व्यवस्था नहीं कर पाते, इसलिए स्कूल खोलना आवश्यक है।