Kedarnath News: पिछले महीने भारी बारिश की वजह से सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच कई सड़कों को नुकसान पहुंचा था. इसके अलावा गौरीकुंड से केदारनाथ धाम की ओर जाने वाले रास्ते में कुल 29 जगहों पर सड़क खराब हुई थी.
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ पैदल मार्ग पर भीमबली में रविवार को भारी भूस्खलन होने से कुछ देर के लिए मंदाकिनी नदी का जलप्रवाह रुक गया और एक झील बन गई. हालांकि, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि बाद में झील से पानी का बहाव होने लगा.
उन्होंने बताया कि गौरीकुंड से कुछ किलोमीटर आगे भीमबली हेलीपैड के सामने नदी के दूसरी ओर की पहाड़ी से यह भूस्खलन दोपहर बाद हुआ जिससे मंदाकिनी नदी में कुछ देर के लिए जलप्रवाह रुक गया और झील बन गई.
रजवार ने कहा कि हालांकि, झील से पानी का बहाव होने लगा है. उन्होंने बताया कि अब कोई खतरा नहीं है, लेकिन जिला आपदा प्रबंधन केंद्र द्वारा एहतियातन नदी किनारे रह रहे लोगों को सतर्क कर दिया गया है
गौरतलब है कि 31 जुलाई की रात केदारनाथ धाम में भारी बारिश के कारण भी भूस्खलन हुआ था, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालु यात्रा में फंस गए थे. यात्रियों को बचाने के लिए एनडीआरएफ, एसडीआएफ, वायुसेना और स्थानीय पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. लापता लोगों को खोजने के लिए स्निफर डॉग की मदद ली गई है.
केदारनाथ घाटी में लिंचोली से भीमबली के बीच ड्रोन के माध्यम से भी एसडीआरएफ का खोज अभियान चलाया गया. सैकड़ों लोगों को हेलीकॉप्टर की मदद से सुरक्षित निकाला जा चुका है. रिपोर्ट के मुताबिक, केदारनाथ धाम में अब भी हजार से अधिक लोग मौजूद हैं, जिसमें कुछ यात्री भी शामिल हैं. अब तक 10 हजार से ज्यादा यात्रियों को निकाला जा चुका है.