आगामी बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच महागठबंधन में शामिल मुख्य घटक दलों के प्रमुख नेताओं की ओर सियासी बयानबाजी का सिलसिला लगातार जारी है। हाल ही में हिंदुस्तान अवाम मोरचा (HAM) के प्रमुख जीतन राम मांझी की ओर से RJD को अल्टीमेटम दिये जाने के बाद अब राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा के ताजा बयान से महागठबंधन में सब कुछ ठीक होने के दावों की पोल खुलने लगी है।
RLSP के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने गुरुवार को कहा कि खुद को महागठबंधन दल का नेता घोषित कर देने से कोई महागठबंधन का नेता नहीं बन जाएगा। इसे लेकर गठबंधन के सभी घटक दलों की वार्ता होगी, जिसके बाद ही इस पर कोई निर्णय लिया जायेगा। उपेंद्र कुशवाहा जमुई में सोनो थाना क्षेत्र में बीते दिनों हुए दुष्कर्म की घटना के बाद पीड़िता और उसके परिवार से मिलने पहुंचे थे। इसके बाद उन्होंने गिद्धौर में प्रेस वार्ता को संबोधित किया।
पत्रकारों से बातचीत में उपेंद्र कुशवाहा ने तेजस्वी यादव को महागठबंधन का नेता चुने जाने के सवाल के जवाब में कहा कि किसी सार्वजनिक मंच से खड़े होकर खुद को महागठबंधन दल का नेता घोषित कर देने से कोई नेता नहीं बन जाता। RLSP प्रमुख ने कहा कि इसे लेकर आने वाले समय में सभी घटक दलों की बैठक होगी, जिसके बाद सीटों के बंटवारे को लेकर चर्चा की जायेगी और उसी बैठक में नेता का भी चयन किया जायेगा।
बताते चलें कि बीते दिनों RLSP सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा के एक बयान से पूरे महागठबंधन में खलबली मच गयी थी, जब उन्होंने कहा था कि हम टिकट मांगने वालों में से नहीं, बल्कि टिकट बांटने वालों में से हैं। जिसको लेकर सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। वहीं दूसरी तरफ महागठबंधन में को-ऑर्डिनेशन कमेटी के गठन को लेकर राजद को 25 जून तक का अल्टीमेटम देने के बाद से जीतनराम मांझी को लेकर भी कयास लगाये जा रहे हैं कि उनका झुकाव NDA की तरफ हो गया है। इसे लेकर जब RLSP सुप्रीमो से सवाल किया गया तब उन्होंने कहा कि जब तक सीट के बंटवारे को लेकर कोई चर्चा नहीं हो जाती तब तक सभी दल के नेता यह चाहते हैं कि उन्हें अधिक से अधिक सीटें मिली इसमें गलत क्या है।
उधर, सोनो थाना क्षेत्र में बीते दिनों हुए दुष्कर्म की घटना के बाद पीड़िता और उसके परिवार से मिलने पहुंचे उपेंद्र कुशवाहा ने घटना की पूरी जानकारी ली और हरसंभव मदद का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि 10 वर्ष की बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना बेहद दुखद और शर्मसार करने वाला है। इस घटना की जितनी भी निंदा की जाये वह कम है। सभ्य समाज में हुई इस तरह की घटना चिंतनीय भी है। ऐसे मानसिकता वाले लोगों को सजा व कानून का भय नहीं होता है तभी ऐसे घटना को बिना भय के अंजाम देते हैं।

