Prashant Kishor

प्रशांत किशोर का बड़ा खुलासा-‘विधायकों की खरीद-फरोख्त’ के बाद अब ‘उम्मीदवारों की किडनैपिंग’!

बिहार विधानसभा चुनाव के बीच जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर (PK) ने मंगलवार को शेखपुरा हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ा हमला बोला है. प्रशांत किशोर ने दावा किया कि राजनीतिक दबाव और साजिश के तहत जनसुराज के कई उम्मीदवारों को नामांकन करने या चुनाव से हटने के लिए मजबूर किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पिछले चार दिनों में जनसुराज के तीन उम्मीदवारों के नामांकन पर रोक या वापसी हुई है — और इसके पीछे सत्ता पक्ष का सीधा हस्तक्षेप है.
प्रशांत किशोर ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा, “बिहार में एक अप्रत्याशित घटना घट रही है. बीते वर्षों में विधायकों की खरीद-फरोख्त देखी गई थी, अब उम्मीदवारों को नामांकन तक नहीं करने दिया जा रहा है. भाजपा को महागठबंधन से नहीं, बल्कि जनसुराज से डर लग रहा है.”
दानापुर, बक्सर और गोपालगंज का मामला उठाया
प्रशांत किशोर ने दावा किया कि दानापुर, ब्रह्मपुर (बक्सर) और गोपालगंज में जनसुराज के प्रत्याशियों पर दबाव डाला गया. दानापुर में जनसुराज के प्रत्याशी मुकुल साह का नामांकन नहीं हो सका. पीके ने आरोप लगाया कि उसी दिन गृह मंत्री अमित शाह और बिहार भाजपा प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान पटना में मौजूद थे. बक्सर के ब्रह्मपुर सीट से जनसुराज प्रत्याशी डॉ. सत्यप्रकाश तिवारी ने प्रचार करने के बाद नामांकन वापस ले लिया. पीके ने आरोप लगाया कि उनके घर जाकर भाजपा नेताओं ने दबाव बनाया.

प्रशांत किशोर ने कहा कि गोपालगंज में डॉ. शशि शेखर सिन्हा को भी धमकी देकर नामांकन वापस लेने को कहा गया. पीके ने कहा, “यह पहली बार नहीं हुआ है. ऐसी ही साजिश सूरत में भी की गई थी, जहां सभी विपक्षी प्रत्याशियों का नामांकन वापस ले लिया गया था. बिहार में भी वही पैटर्न दोहराया जा रहा है.”
240 उम्मीदवार मैदान में, चुनाव आयोग से शिकायत
प्रशांत किशोर ने कहा कि जनसुराज के 240 उम्मीदवार अभी भी मैदान में हैं और किसी भी दबाव से पीछे हटने वाले नहीं हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि जनसुराज किसी भी गठबंधन या पार्टी को समर्थन नहीं देगा. उन्होंने कहा, “14 नवंबर को परिणाम आने के बाद दूध का दूध, पानी का पानी हो जाएगा. बिहार के लोग बदलाव के लिए तैयार हैं.”
छठ के बाद बड़ा खुलासा
प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि छठ पर्व के बाद वे भ्रष्टाचार और सत्ता के अंदरूनी खेल को लेकर बड़ा खुलासा करेंगे. उन्होंने कुम्हरार के प्रत्याशी केसी सिन्हा को “दबाव के बावजूद डटे रहने” के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि जनसुराज का आंदोलन किसी के इशारे पर नहीं, जनता की ताकत पर चल रहा है.

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