मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में स्थित हर्राहवा गांव में शनिवार को निजी Power Plant के जलाशय का एश डैम (राखड़ बांध) टूटने से 2 लोगों की मौत हो गई और 4 लोग पानी में बह गए। इससे 25 एकड़ के क्षेत्र में लगी फसल तबाह हो गई है। दूर-दूर तक मलबा फैला है। यह घटना रिलायंस की लापरवाही का नतीजा है। Power Plant के लिए एश डैम अहम हैं। थर्मल पावर प्लांट के लिए एश डैम काफी अहम है। एश डैम में Power Plant में जो कोयले जलाए जाते हैं उनकी राख को एकत्र किया जाता है। यही राख का मलबा आस-पास में फैल गया है जो काफी नुकसानदेह है।
राज्य के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने घटना के बाद ट्वीट किया कि सिंगरोली जिले में रिलायंस Power Plant का एश डैम टूटने से आसपास के गांव व बड़ी संख्या में किसान भाई प्रभावित हुए है। उनकी फसलें चौपट हो गयी है, उनके घर-मकानो में मलबा भर गया है। उन्होंने आगे कहा कि सरकार तत्काल किसान भाइयों के नुकसान की भरपाई की व्यवस्था करे। इस पूरे मामले की जांच हो और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण अधिनियम (एनजीटी) के अधिनियम का कहना है कि एश डैम पर्यावरण में प्रदूषण का कारण है। इसमें आर्सेनिक, सिलिका, एल्युमिनियम, पारा और आयरन जैसे भारी धातु होते हैं। इससे सांस की तकलीफ वालों को तो परेशानी होगी ही क्योंकि यह दमा, फेफड़े को नुकसान के साथ ही टीबी और कैंसर का भी कारण बन सकता है।
जिला मुख्यालय से 20 किमी दूर डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर KVS चौधरी ने बताया कि सासन अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट (UMPP) के जलाशय में यह घटना हुई। एश डैम टूटने की यह घटना शनिवार सुबह 5 बजे टूटी। इस घटना में कम से कम 6 लोग बह गए। इस घटना में दो लोगों अभिषेक कुमार शाह व दिनेश कुमार का शव बरामद हुआ है। सीमा कुमारी, अंकित कुमार, चुनकुमारी और 28 साल के रज्जाद अली की तलाश जारी है।
घटना का कारण बताते हुए डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर ने कहा, ‘यह घटना रिलायंस की ओर से गंभीर लापरवाही का नतीजा है।’ इसके खिलाफ प्रशासन की ओर से किए जाने वाली कार्रवाई के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया, ‘अभी हमारी प्राथमिकता लापता लोगों की तलाश करने का है। मामले की जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं।’ फिलहाल रिलायंस पावर की ओर से इस घटना पर प्रतिक्रिया नहीं आई है।