अजीत पवार के बाद मुख्यमंत्री फडणवीस ने भी इस्तीफा डे दिया और प्रेस के सामने कहा, हम एक मजबूत विपक्ष के रूप में काम करेंगे। उन्होंने शिवसेना, कांग्रेस और NCP गठबंधन पर हमला करते हुए कहा, उन्होंने पूरा अस्तबल ही खरीद लिया। आज हुई प्रेस वार्ता की कुछ खास बातें रही:-
फ्लोर टेस्ट से पहले अजित पवार ने मेरे सामने आकर कहा कि मैं इस सरकार में नहीं रह सकता। यह कह कर उन्होंने मेरे सामने अपना इस्तीफा रख दिया। BJP के पास बहुमत का आंकड़ा नहीं है, इसलिए मैं राज्यपाल के पास जाकर अपना इस्तीफा सौंप दूंगा। फडणवीस ने कहा, हमने 5 साल में पूरी क्षमता से काम किया। इसका प्रमाण रहा कि यहां की जनता ने BJP को सबसे अधिक वोट देकर सबसे बड़ी पार्टी बनाया। मैं इसके लिए महाराष्ट्र की जनता का आभार जताता हूं।
शिवसेना ने पहले दिन से ही BJP के साथ सौदेबाजी की. उसने साफ कर दिया था कि भले ही भाजपा के साथ उसने चुनाव लड़ा, लेकिन जो पार्टी उसे मुख्यमंत्री पद देगी उसी के साथ वो जाएगी। फडणवीस ने शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन पर हमला करते हुए कहा, तीन पहियों वाली सरकार नहीं चलेगी।
अजित पवार के बाद CM फडणवीस ने भी दिया इस्तीफा। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने इस्तीफे का ऐलान किया। थोड़ी देर में राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप देंगे। उन्होंने आगामी सरकार को शुभकामनाएं दी। इसके साथ ही उन्होंने शिवेसना, कांग्रेस और NCP के साथ पर हमला किया और कहा, अलग-अलग विचारधारा की पार्टी साथ आये।
महाराष्ट्र विधानसभा की चुनाव में BJP और शिवसेना गठबंधन को दिल खोलकर वोट किया। जनता ने भारत और शिवसेना को सरकार बनाने के लिए चुना। BJP का स्ट्राइक रेट सबसे अच्छा था। शिवसेना को स्ट्राइक रेट कम था। हमने एक स्थायी सरकार बनाने की कोशिश की, लेकिन शिवसेना ऐसी मांग पर अड़ी रही जिसके बारे में पहले कोई बात नहीं हुई थी। जो तय नहीं हुआ था उसे शिवसेना भाजपा के ऊपर थोपने का काम किया. फडणवीस ने कहा, जो भी बात थी उसे हमशे करने की बजाए शिवसेना कांग्रेस और NCP से करने लगी।
जब शिवसेना के साथ बात नहीं बनी तो हमने राज्यपाल के बुलावे पर भी सरकार बनाने से इनकार कर दिया। भाजपा के इनकार के बाद राज्यपाल ने शिवसेना को मौका दिया, फिर NCP को। लेकिन जब सरकार नहीं बन पायी तो राज्यपाल ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया।