PMCH Nurse Strike: बिहार के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल पीएमसीएच (पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल) की नर्सें हड़ताल पर हैं. बुधवार (10 सितंबर, 2025) को हड़ताल का 5वां दिन था. करीब 1200 नर्सें बीते 6 सितंबर से कार्य बहिष्कार और अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. इन लोगों ने अस्पताल के मुख्य गेट पर पोस्टर-बैनर लगाकर धरना दिया है. नर्सों का कहना है कि जब तक हम लोग की मांग पूरी नहीं होगी तब तक हम लोग काम नहीं करेंगे.
हड़ताल करने वाली नर्सों की मांग है कि पुरानी पेंशन योजना को लागू किया जाए. सेवा अवधि 70 साल तक हो, 10 लाख रुपये तक का हेल्थ कार्ड जारी किया जाए. इसके साथ एक और मांग है कि इमरजेंसी में काम करने वाले कर्मचारियों को जिस तरह 13 महीने की सैलरी मिलती है उस हिसाब से इन्हें भी 13 माह की सैलरी मिले.
‘डॉक्टर की 70 साल नौकरी तो हमारी 60 क्यों?’
हड़ताल करने वाली नर्सों ने सवाल उठाया कि डॉक्टर की नौकरी जब 70 साल तक की है तो हमारी 60 वर्ष तक ही क्यों? कहा हमारी सेवानिवृत्ति भी 70 साल में हो. हड़ताल करने वाली नर्सों ने कहा कि जब नेताओं-मंत्रियों को पेंशन मिलती है तो हम कर्मचारी जो दिन-रात काम करते हैं हमें पुरानी पेंशन की सुविधा क्यों नहीं दी जा रही है?
नर्सों की हड़ताल के चलते सेवाओं पर दिखा असर
एक नर्स स्नेहा कुमारी ने कहा कि हमने पहली बार शांतिपूर्ण तरीके से कार्य बहिष्कार कर प्रदर्शन शुरू किया है, लेकिन अब जब सरकार सुन नहीं रही तो हमें अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठना पड़ा है. दूसरी ओर हड़ताल का सीधा असर अस्पताल की सेवाओं पर दिख रहा है. मरीजों और उनके परिजनों को भर्ती के दौरान परेशानी हो रही है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से फिलहाल कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है. इसके चलते नर्सों की नाराजगी और भी बढ़ गई है. जल्द कोई समाधान नहीं निकाला गया तो आंदोलन के और तेज होने की आशंका है.