प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को लखनऊ में 11वीं डिफेंस एक्सपो का उद्घाटन किया। पांच से नौ फरवरी तक चलने वाली यह डिफेंस एक्सपो 2020 भारत ही नहीं एशिया की सबसे बड़ी हथियार मंडी है। पूरी दुनिया से रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में उत्पादन करने वाली नामी कंपनियों ने इस हथियार मेले में अपने दुकानें सजाई हैं। डिफेंस एक्सपो का उद्घाटन करने के बाद PM मोदी ने डिफेंस एक्सपो में सजे हथियारों की क्षमता और खूबी का बारीकी से निरीक्षण किया।
टहलते-टहलते PM मोदी वर्चुअल राइफल सिस्टम के स्टॉल पर पहुंचे। साथ में मौजूद अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को वर्चुअल राइफल के बारे में विस्तार से जानकारी दी। वर्चुअल राइफल सिस्टम के फायदे और खूबियां जानने के बाद PM मोदी खुद को रोक नहीं सके और राइफल अपने हाथों में उठा ली। देखते ही देखते PM मोदी ने बिना एक भी गोली खर्च किए एक के बाद एक कई निशाने लगा डाले। इसी के साथ PM मोदी ने इस अत्याधुनिक टेक्नालॉजी की टेस्टिंग भी कर डाली। पीएम मोदी ने स्टॉलों के निरीक्षण के दौरान एक रोबोट से हाथ भी मिलाया।
क्या है वर्चुअल राइफल सिस्टम
समय के साथ रक्षा क्षेत्र में चुनौतियां भी बढ़ रही हैं। चुनौतियों के साथ टेक्नालॉजी भी अपग्रेड हो रही है। वर्चुअल सिस्टम और सिमुलेशन एक ऐसी तकनीक है जिसमें बिना गोली और गोला-बारूद खर्च किए सैनिक प्रैक्टिस कर सकते हैं। बड़ी-बड़ी सेनाओं के अभ्यास के लिए भारी मात्रा में गोला-बारूद की जरूरत होती है, जो काफी महंगा साबित होता है। लेकिन वर्चुअल सिस्टम और सिमुलेशन के माध्यम से प्रैक्टिस के लिए सिर्फ कम्प्यूटर और वर्जुअल हथियारों का इस्तेमाल किया जाता है। सिमुलेटर सिस्टम पर जब किसी हथियार से फायर किया जाता है तो गोली डिटिल फार्मेट में स्क्रीन पर दिखती है। इस तरह से बिना गोली खर्च किए ही निशाना साधने की प्रैक्टिस हो जाती है। दुनियाभर में इस तकनीक का इस्तेमाल बढ़ा है।