बिहार विधानसभा चुनाव में केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान की नाराजगी की खबरों के बीच कांग्रेस पार्टी के मीडिया विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा का बड़ा बयान सामने आया है. पवन खेड़ा ने ABP News से की गई Exclusive बातचीत में कहा है कि चिराग पासवान के साथ ही उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी के लिए भी महागठबंधन में संभावनाओं के दरवाजे खुले हुए हैं.
पवन खेड़ा ने कहा, ‘NDA के इन नेताओं की नाराजगी पर कांग्रेस और महागठबंधन के नेता नजर बनाकर रखे हुए हैं. हम सिर्फ नजर बनाकर ही नहीं रखे हुए हैं, बल्कि और भी बहुत कुछ हो रहा है. राजनीति में जो कुछ होना चाहिए, वह सब कुछ हो रहा है. चिराग पासवान व एनडीए के दूसरे नेताओं के लिए सिर्फ संभावनाओं की खिड़कियां ही नहीं, बल्कि दरवाजे और रोशनदान तक खुले हुए हैं.’
चिराग पासवान को महागठबंधन की ओर से दिया गया है ऑफर?
पवन खेड़ा ने चिराग पासवान को ऑफर दिए जाने के सवाल पर कहा, ‘ऑफर यहां सार्वजनिक तौर पर नहीं दिया जाता है, लेकिन जो होना है, वह हो जाएगा.’ पवन खेड़ा ने NDA में सीट शेयरिंग को लेकर छिड़े विवाद पर चुटकी लेते हुए कहा, ‘चिराग पासवान भाजपा नेताओं के फोन नहीं उठा रहे हैं. उन्होंने अपना फोन बंद कर दिया है. नित्यानंद राय के जाने से भी बात नहीं बन पा रही है.’
तेजस्वी यादव की घोषणा पर बोले कांग्रेस नेता
RJD नेता तेजस्वी यादव की ओर से आज गुरुवार (9 अक्टूबर, 2025) को हर परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिए जाने की घोषणा पर पवन खेड़ा ने कहा, ‘वह पिछली बार जब सरकार में थे, तो उन्होंने पांच लाख लोगों को नौकरियां दी थी. महागठबंधन जो कहता है उसे करके दिखाता भी है. हम सिर्फ बातें ही नहीं करते, बल्कि वादे हमारा संकल्प होते हैं, जिन्हें हम पूरा भी करते हैं.’
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने भाजपा पर साधा निशाना
तेजस्वी यादव की चुनावी प्रेस कॉन्फ्रेंस में महागठबंधन के दूसरे नेताओं के मौजूद नहीं होने पर पवन खेड़ा ने कहा, ‘इसमें बीजेपी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए. हम आपस में तय कर लेते हैं कि किसे क्या बोलना है. चिराग पासवान इनका फोन नहीं उठा रहे हैं और बीजेपी के लोग दूसरों के यहां तांक-झांक करने का काम कर रहे हैं. उन्हें हमारे यहां तक तांक-झांक नहीं करनी चाहिए.’
उन्होंने दावा किया कि महागठबंधन में सीटों को लेकर कोई विवाद नहीं है. समय से पहले ही सीटों और उम्मीदवारों के नाम का ऐलान हो जाएगा. महागठबंधन में सीटों का बंटवारा उलझ ही नहीं है तो फिर उसे सुलझाने का कोई वक्त नहीं दिया जा सकता है.’