कांग्रेस के दिग्गज नेता ऑस्कर फर्नांडिस का 80 साल की उम्र में सोमवार को कर्नाटक में निधन हो गया. इस साल जुलाई में सिर में चोट लगने के बाद फर्नांडिस को अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
अनुभवी कांग्रेस नेता ने उत्तर-पूर्वी विद्रोहियों के साथ ही कई बार सरकार और पार्टी के मामलों को अपनी समझदारी से बातचीत के जरिए सुलझाया था. इतना ही नहीं, कुचिपुड़ी नृत्य से जुड़े आंदोलनों को भी उन्होंने बड़ी आसानी से संभाला था.
ऑस्कर फर्नांडिस का मंगलुरु के अस्पताल में इलाज चल रहा था, जहां उनका निधन हुआ. ऑस्कर फर्नांडिस राजीव गांधी के संसदीय सचिव रहे थे और उनकी सोनिया गांधी और राहुल गांधी से काफी निकटता थी. वे यूपीए 1 और यूपीए 2 दोनों में मंत्री रहे थे.
कांग्रेस के अधिकारिक ट्विटर हैंडिल से ट्वीट किया गया कि पूरा कांग्रेस परिवार अपने नेता को खोकर बहुत दुखी है. उनके परिवार के प्रति पूरी संवदेना है. कांग्रेस ने उनकी दृष्टि का भारत के निर्माण में उपयोग किया. वे पार्टी के मार्गदर्शक रहे. उनके निधन से कांग्रेस पार्टी ने अपने नेता और मार्गदर्शक को खो दिया.