5 राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। इस बीच ABP न्यूज-C-Voter के ताजा ऑपिनियन पोल में पांचों राज्यों के सियासी माहौल और वोटर के मिजाज को भांपने की कोशिश की गई। पश्चिम बंगाल में TMC फिर सरकार बनाती दिख रही है। हालांकि, उसकी सीटें कुछ घटेंगी लेकिन ममता बनर्जी CM बनने कि अपनी तिकड़ी पूरी कर सकती हैं। असम में एक बार फिर BJP की सरकार बन सकती है। पुडुचेरी से भी BJP के लिए गुड न्यूज है जहां पहली बार पार्टी अपने दम पर सत्ता का स्वाद चख सकती है। सर्वे के मुताबिक तमिलनाडु में इस बार सत्ता परिवर्तन के आसार हैं। केरल में एक बार फिर लेफ्ट की सरकार बन सकती है।
सर्वे के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी जीत की हैटट्रिक लगा रही हैं। 294 सीटों वाली पश्चिम बंगाल विधानसभा में TMC को 148 से 164 सीटें मिल सकती हैं। पिछली बार 3 सीटें जीतने वाली BJP को जबरदस्त फायदा होता दिख रहा है लेकिन सत्ता में आना अभी मुश्किल दिख रहा है। BJP को 92 से 108 सीटें मिल सकती हैं। वहीं लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन के खाते में 31 से 39 सीटें आ सकती हैं। बात अगर वोटशेयर की करें तो TMC को 43%, BJP को 38% और लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन को 13% वोट मिल सकते हैं।
ग्रेटर कोलकाता में TMC का जादू देखने को मिल सकता है। इस रीजन की कुल 35 सीटों में से TMC के खाते में 26 से 30 सीटें मिल सकती हैं। BJP को 2 से 6 और कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन को 2 से 4 सीटें मिल सकती हैं।
सर्वे के मुताबिक, उत्तर बंगाल में BJP सत्ताधारी TMC को तगड़ा झटका दे सकती है। रीजन की कुल 56 सीटों में BJP को 21 से 25 सीटें मिल सकती हैं। TMC को 14-18 और कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन को 13 से 15 सीटें मिल सकती हैं।
बांग्लादेश से सटे दक्षिण-पूर्व बंगाल रीजन में TMC की झोली भर सकती है। रीजन की कुल 84 सीटों में से TMC को 43 से 47 सीटें मिल सकती हैं। BJP को 24 से 28 और लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन को 12 से 14 सीटें मिल सकती हैं।
पश्चिमी वेस्ट बंगाल की कुल 119 सीटों में TMC को 65 से 69 सीटें, BJP को 45 से 49 और लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन को 4 से 6 सीटें मिल सकती हैं।
पश्चिम बंगाल में किसे CM देखना चाहते हैं? इस सवाल पर सर्वे में शामिल 56% लोगों ममता बनर्जी को CM के तौर पर देखने की ख्वाहिश जताई। 25% लोगों ने BJP नेता दिलीप घोष को। 9% लोग मुकुल रॉय को CM के तौर पर देखना चाहते हैं जबकि 2% लोगों ने सुवेंदु को पसंद बताया।
सर्वे में शामिल 48% लोगों ने ममता बनर्जी सरकार के कामकाज को अच्छा बताया। 34% ने ममता सरकार के कामकाज को खराब, वहीं 18 % ने औसत करार दिया। बतौर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का कामकाज कैसा रहा? इस सवाल के जवाब में 54% लोगों ने अच्छा, 30% ने खराब और 16% ने औसत बताया।
PM मोदी का कामकाज कैसा रहा? इस सवाल के जवाब में 47% ने अच्छा, 39% ने खराब और 14% ने औसत करार दिया। PM मोदी और अमति शाह के बंगाल के ज्यादा दौरों से BJP को फायदा होगा या नहीं, इस पर 45% ने कहा कि हां, फायदा होगा। 41% को लगता है कि PM मोदी और गृह मंत्री शाह के दौरों से BJP को कोई फायदा नहीं होगा। 14% लोगों की इस पर कोई राय नहीं थी।
सर्वे में यह भी पूछा गया कि ममता के भतीजे अभिषेक की पत्नी, साली को CBI के नोटिस या पूछताछ से TMC को फायदा होगा या नुकसान। 42% लोगों ने माना कि CBI पूछताछ से TMC को नुकसान होगा। वहीं 39% का यह मानना है कि इससे उलटे TMC को फायदा होगा। 19 % लोगों ने कहा कि कुछ कह नहीं सकते। क्या TMC नेताओं के खिलाफ CBI और ED की कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है? इस सवाल के जवाब में 46% उत्तरदाताओं ने हां कहा, 34% ने नहीं और 20% का जवाब था कि कुछ कह नहीं सकते।
क्या पामेला कोकीन कांड से BJP को नुकसान होगा? इस सवाल के जवाब में 47% ने कहा कि हां, BJP को नुकसान होगा। वहीं 34% का मानना है कि नुकसान नहीं होगा। 19% की इस पर कोई राय नहीं थी।
सर्वे के मुताबिक, 126 विधानसभा सीटों वाले असम में एक बार फिर से BJP की सरकार बन सकती है। पार्टी को 68-76 सीटें मिल सकती हैं। कांग्रेस गठबंधन को 43-51 सीटें और अन्य के खाते में 5-10 सीटें जा सकती हैं। अगर वोट शेयर की बात करें तो सूबे में BJP को 42 प्रतिशत, कांग्रेस+ को 31% और अन्य के खाते में 27% वोट जा सकते हैं। पूर्वोत्तर राज्य असम में अभी BJP के सर्वानंद सोनोवाल CM हैं।
सर्वे के मुताबिक, तमिलनाडु में इस बार सत्ता परिवर्तन हो सकता है। यहां AIADMK-BJP गठबंधन को करारी शिकस्त झेलनी पड़ सकती है। तमिलनाडु में विधानसभा की 234 सीटें हैं। सर्वे के मुताबिक यहां BJP-AIADMK गठबंधन को 58 से 66 सीटों से संतोष करना पड़ सकता है। DMK-कांग्रेस गठबंधन को 154 से 162 सीटें मिल सकती हैं। वहीं अन्य के खाते में 8 से 20 सीटें जाने का अनुमान है। बात अगर वोट शेयर की करें तो AIADMK-BJP को 29%, DMK-कांग्रेस गठबंधन को 41 और अन्य को 30% वोट मिलने का अनुमान है।
केरल की बात करें तो वहां लेफ्ट फ्रंट अपना गढ़ बचाने में कामयाब हो सकता है। 140 सदस्यों वाली केरल विधानसभा में लेफ्ट के गठबंधन लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट फिर से सरकार बना सकती है। सूबे में लंबे वक्त से कभी सत्ता कांग्रेस गठबंधन के पास रहती है तो 5 साल बाद लेफ्ट गठबंधन के पास। लेकिन इस बार वहां का यह सिलसिला टूट सकता है। सर्वे के मुताबिक LDF को 83-91 सीटें, कांग्रेस की अगुआई वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट को 47-55 सीटें मिल सकती हैं। इस दक्षिणी राज्य में जोर लगा रही BJP अपनी छाप छोड़ने में नाकाम रह सकती है। उसे 0 से 2 सीटें मिलने का अनुमान है। अन्य के खाते में भी 0-2 सीटें जा सकती हैं।
पुडुचेरी में BJP पहली बार सरकार बना सकती है। 30 सदस्यों वाली विधानसभा में BJP+ के खाते में 17 से 21 सीटें आ सकती हैं। कांग्रेस+ को 8 से 12 सीटों से संतोष करना पड़ सकता है। अन्य के खाते में 1 से 3 सीट आ सकती हैं। बात अगर वोट शेयर की करें तो BJP+ को 46 %, कांग्रेस+ को 36 और अन्य के खाते में 18% वोट जा सकते हैं। पुडुचेरी में इसी हफ्ते कांग्रेस की नारायणसामी सरकार विश्वासमत हार गई थी और फिलहाल वहां राष्ट्रपति शासन है।