सात साल बाद 22 जनवरी को निर्भया के गुनहगारों को आखिरकार उनके किए की सजा मिलेगी। जहां पूरे देश ने दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट के इस फैसले का स्वागत किया तो वहीं सात साल पहले निर्भया का सबसे पहले इलाज करने वाले डॉक्टर विपुल कांडवाल ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है और कहा कि उन्होंने अपने पूरे जीवन में इस तरह का केस नहीं देखा था। निर्भया की हालत देख उनका दिल दहल उठा था। अब जब सात साल बाद निर्भया के गुनहगारों को फांसी दिया जाना तय हो गया है तो उन्हें सुकून मिला है। इतना ही नहीं डॉक्टर कांडवाल ने आगे कहा कि सात से जो बोझ उनके दिल पर था वो अब जाकर हल्का होगा। निर्भया की जान ना बचा पाने का अफसोस उन्हें आज भी है। आपको बता दें डॉक्टर विपुल कांडवाल निर्भया के इलाज के लिए बने विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम का हिस्सा थे। फिलहाल वो देहरादून में निजी अस्पताल चलाते हैं।

